यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे की खबर सामने आ रही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार मनोज सोनी ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया है।उनका कार्यकाल 2029 में समाप्त होने वाला था।
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सूत्र के हवाले से मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार यूपीएससी के चेयरमैन मनोज सोनी ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है।हालांकि उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है।यूपीएससी अध्यक्ष ने निजी कारणों का हवाला देते हुए करीब 15 दिन पहले इस्तीफा सौंप दिया था।
सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनोज सोनी का इस्तीफा प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर से जुड़े विवाद से संबंधित नहीं है, जिन पर कथित तौर पर चयनित होने के लिए फर्जी विकलांगता और जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का आरोप है।
प्रख्यात शिक्षाविद् मनोज सोनी की उम्र 59 साल की है। उन्होंने 28 जून, 2017 को आयोग के सदस्य के रूप में पदभार संभाला था और16 मई, 2023 को यूपीएससी अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। उनका कार्यकाल 15 मई, 2029 को समाप्त होना था।प्राप्त खबरों के अनुसार मनोज सोनी यूपीएससी अध्यक्ष बनने के इच्छुक नहीं थे। उन्होंने पद से मुक्त किए जाने का अनुरोध किया था, लेकिन तब उनका अनुरोध स्वीकार नहीं किया गया था।
जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार, मनोज सोनी अब ‘सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों’ पर अधिक वक्त देना चाहते हैं।यूपीएससी में अपनी नियुक्ति से पहले सोनी ने कुलपति के रूप में तीन कार्यकाल पूरे किए थे।
मनोज सोनी ने 1 अगस्त 2009 से 31 जुलाई 2015 तक डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय (बीएओयू), गुजरात के कुलपति के रूप में लगातार दो कार्यकाल और अप्रैल 2005 से अप्रैल 2008 तक बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (एमएसयू) के कुलपति के रूप में 1 कार्यकाल पूरा किया. एमएसयू में नियुक्त होने के दौरान सोनी भारत में किसी विश्वविद्यालय के सबसे कम उम्र के कुलपति बने थे।