न्यूज़ डेस्क: केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट के जरिये खबर दी है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। यह सत्र 6 अप्रैल 2023 तक चलेगा। सत्र की शुरुआत लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र से होगी। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू दोनों सदनों को संबोधित करेंगी। बजट सत्र के दौरान वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2023 को बजट पेश करेंगी।
जानकारी के मुताबिक़ यह सत्र सामान्य अवकाश के साथ 66 दिनों में 27 बैठकों के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा। मंत्री ने कहा कि ”अमृत काल के बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव, केंद्रीय बजट और अन्य मदों पर चर्चा के लिए उत्सुक हूं।” उन्होंने बताया कि बजट सत्र 2023 के दौरान अवकाश 14 फरवरी से 12 मार्च तक रहेगा, ताकि विभाग संबंधित संसदीय स्थायी समितियां अनुदान मांगों की जांच कर सकें और अपने मंत्रालयों और विभागों से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर सकें।
66 दिनों की अवधि में 27 बैठकें होंगी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश करने की संभावना है। यह पांचवां केंद्रीय बजट होगा जो वित्तमंत्री सीतारमण पेश करेंगी। 2024 के राष्ट्रीय चुनाव से पहले केंद्रीय बजट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तहत अंतिम पूर्ण वर्ष के बजट के रूप में पेश किया जाएगा।
बता दें कि बजट सत्र के पहले भाग के दौरान दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा होती है और उसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होती है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे, वहीं वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पर बहस का जवाब देंगे।
बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान, सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा पर ध्यान दिया जाएगा। केंद्रीय बजट सत्र के इस भाग के दौरान पारित किया जाता है। पिछले सत्र के दौरान नौ बिल लोकसभा में पेश किए गए और सात बिल संसद के निचले सदन द्वारा पारित किए गए।