आज राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शुरु हुए अनुष्ठान का तीसरा दिन है। आज राम मंदिर में यजमान अनिल मिश्रा सबसे पहले आज की पूजा के निमित्त संकल्प लेंगे। इसके बाद गणेश- अंबिका का पूजन, वरुण पूजन, चतुर्वेदोक्त पुण्याहवाचन , मातृका पूजन, वसोर्धारा पूजन (सप्तघृत मातृका पूजन), आयुष्यमंत्रजप तथा नांदी श्राद्ध होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार इसके बाद आचार्यादिचऋत्विग्वरण,मधुपर्क पूजन, मंडप प्रवेश, पृथ्वी- कुर्म – अनंत – वाराह- यज्ञ भूमि पूजन, दिग्र, पञ्चगव्य – प्रोक्षण, मंडपांग वास्तुपूजन, वास्तु बलिदान, मंडप सूत्रवेस्टन, दुग्ध- धारा, जलधाराकरण सोडशस्तंभपूजनादि मंडप पूजा ( तोरण,द्वार, ध्वज , आयुध, पताका, दिग्पाल, द्वारपालादि पूजा) होगा।इसके बाद रामलला की मूर्ति का जलाधिवास, गंधादिवास और फिर सायंकालिक पूजन एवं आरती का कार्यक्रम होगा।
रामलला विग्रह का वजन अधिक होने की वजह से नहीं हो सका परिसर भ्रमण
बताया जा रहा है कि पहले रामलला विग्रह को जन्मभूमि परिसर में भ्रमण करना था, लेकिन मूर्ति का वजन अधिक होने और सुरक्षा व्यवस्था की वजह से परिसर भ्रमण श्री राम की चांदी के मूर्ति से प्रतीक रूप में इसे पूरा किया गया। गर्भगृह में श्री राम यंत्र की स्थापना की गई। मुख्य यजमान अनिल मिश्र की मौजूदगी में विग्रह को मंदिर के गर्भगृह पहुंचाया गया। इस मौके पर गर्भगृह में ट्रस्ट के सदस्य व आचार्य मौजूद थे। विग्रह को गर्भ गृह में पहुंचने के लिए इंजीनियरों की मदद ली गई।