बीरेंद्र कुमार झा
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक हिस्ट्रीसीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर दबंगों ने हमला बोल दिया।पुलिस के पहुंचते ही बदमाशों ने पुलिस पर सीधी फायरिंग शुरू कर दी।इस फायरिंग में सिपाही सचिन राठी को गोली लग गई।उसे अस्पताल पहुंचाया गया,लेकिन वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सिपाही की मौत से उसके परिवार में कोहराम मच गया।इस वारदात से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। हालांकि बाद में और थानों से पुलिस के आने के बाद पुलिस ने हिस्ट्रीसीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना और उसके बेटे को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। दोनों अपराधियों के पैर में पुलिस की गोली लगी है। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों वहां से भाग रहे थे।
बिशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनी धीरपुर नगरिया ग्राम की है घटना
यह मामला थाना बिशनगढ़ क्षेत्र के ग्राम धरनी धीरपुर नगरिया गांव की है। कल शाम 5:00 बजे के करीब थाना अध्यक्ष पारूल चौधरी पुलिस बल के साथ हिस्ट्रीसीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना यादव के घर उसको गिरफ्तार करने पहुंचे थे । पुलिस के आने की भनक अशोक को लगाते ही उसने पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दी।जब तक पुलिस कुछ समझ पाती, इसकी एक गोली सिपाही सचिन राठी की जांघ में लग गई ,जिसके बाद वह वहीं गिर गया।इसके बाद घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने घायल सिपाही सचिन को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसकी नाजुक हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया। लेकिन इससे पहले की उसे बाहर ले जाया जाता उसने वही दम तोड़ दिया।
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह का सिटी डॉक्टर प्रियंका वाजपेई छिबरामऊ कोटवाल जीतेंद्र प्रताप सिंह गुर्जर रायगंज कोतवाल जयप्रकाश शर्मा सॉरी थाना अध्यक्ष सचिन कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।इसके बाद पुलिस ने अशोक यादव के घर के घेराबंदी कर उससे सरेंडर करने के लिए कहा।
पुलिस को चकमा देकर भागने के दौरान पैर में गोली लगने के बाद हुआ गिरफ्तार
पुलिस द्वारा घर की चारों तरफ से घेराबंदी कर दिए जाने के बावजूद अंधेरा का फायदा उठाते हुए हिस्टसीटर अशोक यादव और उसका बेटा वहां से भागने लगा।पुलिस ने जब दोनो को रोकना चाहा तो उसने जवाब में फिर से पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की तो हिस्ट्री सीटर और उसके बेटे दोनों को पैरों में गोली लग गई। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्या,लूट,डकैती,और गैंगस्टर एक्ट समेत 20 से अधिक मामले में था वांछित
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया की इस अपराधी के विरुद्ध कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। इस पर हत्या लूट डकैती और गैंगस्टर एक्ट समेत 20 से अधिक मुकदमे पंजीकृत है। यह थाने का हिस्ट्रीसीटर भी है। सोमवार शाम पुलिस की संयुक्त टीम उसकी गिरफ्तारी हेतु उसके घर पर गई थी। लेकिन इसने पुलिस टीम पर ही फायर करना शुरू कर दिया,जिसमें एक आरक्षी सचिन राठी के पैर में गोली लग गई और बाद में इलाज के क्रम में उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद जब पुलिस ने उसके घर की घेराबंदी कर उसे सरेंडर करने के लिए कहा तो अंधेरे का फायदा उठाकर वह भागने लगा।भागते वक्त भी उसने पीछा कर रहे पुलिसकर्मी पर फायरिंग शुरू कर दिया,जिस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें अशोक यादव और उसके बेटे दोनों के पैर में गोली लगी।इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। घटना के समय पुलिस पर फायरिंग हिस्ट्रीसीटर अशोक और उसका बेटा टिंकू ही कर रहा था।हालांकि उसकी पत्नी भी उस समय घर में ही थी और इनकी मदद कर रही थी।पुलिस द्वारा अब इन सब पर कार्रवाई की जा रही है।तलाशी के दौरान उसके पास से दो तमंचे बरामद किए गए हैं, साथ ही घर की तलाशी में एक डबल बैरल राइफल भी बरामद किया गया है।