बीरेंद्र कुमार झा
संसद की सुरक्षा में चूक मामले का मास्टरमाइंड ललित मोहन झा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ललित झा ने दिल्ली की कर्तव्य पथ थाने में खुद सरेंडर किया। वह महेश नाम के शख्स के साथ वहां पहुंचा था। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर स्पेशल सेल को सौंप दिया। घटना के बाद से ही ललित झा फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में पुलिस जगह – जगह छापेमारी कर रही थी। इस मामले में पहले ही से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। चारों आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।दिल्ली की स्पेशल सेल इन चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
सरेंडर करने से पहले सबूत मिटाने के लिए नष्ट किए मोबाइल
जांच में यह बात सामने आया था कि ललित झा ही वह शख्स था, जिसने पहले संसद के अंदर और बाहर धुआं – धुआं कर प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों के वीडियो बनाकर वायरल किया और इसे अपने एक कलकत्ता के मित्र को सुरक्षित रख ने को कहा।इसके बाद वह चारों प्रदर्शनकारियों के मोबाइल को लेकर भाग गया था। लेकिन जब उसने सरेंडर किया तो पुलिस को ललित झा और महेश के पास से कोई फोन बरामद नहीं हुआ। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ललित झा चारों प्रदर्शनारियों के मोबाइल को लेकर दिल्ली से राजस्थान भाग गया था। वहां वह महेश के एक जान पहचान वाले ढाबे में रुका था।माना जाता है कि वही उसने चारों मोबाइल को नष्ट कर दिया है और उसके वह वह और महेश दिल्ली आया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
नष्ट फोन को भी बरामद करना चाटी है पुलिस
दिल्ली पुलिस ललित के दिल्ली से राजस्थान और राजस्थान से दिल्ली आने के रास्ते की ट्रैकिंग कर रही है और हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है, ताकि पता चल सके कि ललित झा ने मोबाइल को नष्ट कहां किया? पुलिस कम से कम नष्ट हुए मोबाइल को भी जप्त करने का प्रयास करेगी, ताकि उसमें कोई भी डाटा सुरक्षित हो तो, यह पुलिस के लिए इस घटना से जुड़े उन लोगों की गिरफ्तारी के लिए एक बड़ा आधार बन सकता है, जो परदे के पीछे से इसके लिए काम कर रहे हैं। मोबाइल से प्राप्त डाटा के आधार पर यह भी पता चल सकेगा की ललित झा कितना सच बोल रहा है और कितना झूठ।पुलिस इसके आधार पर ही उससे सच उगलवाकर सभी षड़यंत्रकारियों को गिरफ्त में लेने का प्रयास करेगी।