न्यूज़ डेस्क
गजब की राजनीति बिहार में चल रही है। अभी रविवार को ही सीएम नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर बड़ी -बड़ी बातें कह रहे थे और ऐलान कर रहे थे कि चाहे कुछ भी हो जाए बिहार में शराबबंदी पर से रोक नहीं हटाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने शराब पीन छोड़ दिया है और घरों में खुशहाली लौटी है। महिलाओं की जीवन स्तर पहले से बेहतर हुआ है। उन्होंने एक सर्वे का भी हवाला दिया कि बिहार में शराबबंदी का लाभ दिख रहा है और इसे हटाया नहीं जा सकता।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही शराबबंदी कानून को वापस नहीं लेने की घोषणा करते हुए इसके प्रभाव जानने के लिए एक सर्वेक्ष कराने का एलान किया है लेकिन दूसरी ओर शराब माफिया अपने करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं।पटना के दीघा थाना से पुलिस और आबकारी विभाग ने एक करोड़ कीमत की शराब बरामद की है।
प्रदेश में लगातार शराब बरामदगी के बाद यह सवाल भी उठाया जाता रहा है कि अगर शराबबंदी लागू है तो शराब की खेप प्रदेश के गांव तक कैसे पहुंच जा रही है।पटना के दीघा थाना क्षेत्र में एक ट्रक और गोदाम से करीब एक करोड़ रुपए कीमत की शराब बरामद की गई है। इस दौरान ट्रक और चार पिकअप वैन भी जब्त की गई है।पुलिस का मानना है कि नए साल को लेकर शराब जुटाई जा रही थी। सभी शराब पंजाब से लाई गई है।
विपक्ष शराबबंदी कानून के बावजूद जहरीली शराब से हो रही मौत को लेकर सरकार पर निशाना साध रही है। इस सर्वे के जरिए सरकार विपक्ष को जवाब देना चाह रही है।

