बीरेंद्र कुमार झा
चीन और पाकिस्तान नेवी इन दोनों अरब सागर में अभ्यास में जुटी हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह अभ्यास 1 हफ्ते तक चलने वाला है। इस दौरान दोनों सहयोगी देश संयुक्त समुद्री गश्त में भी शामिल होंगी। डॉन न्यूज़ के अनुसार चीनी और पाकिस्तानी नौसेना ने शनिवार को कराची में 19 सैनिक अड्डे पर उत्तरी अरब सागर के जल क्षेत्र और हवाई क्षेत्र में सी गार्डन- 3 अभ्यास शुरू किया। इसमें पनडुब्बी रोधी अभियान भी शामिल है। चीन और पाकिस्तान के सैन्य अभ्यास पर निश्चित तौर पर भारत की भी नजर रहेगी।
पहली बार संयुक्त समुद्री गश्त
अभ्यास के दौरान चीन और पाकिस्तान पहली बार संयुक्त समुद्री गश्त करेंगे। यह जानकारी चीन की राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता कर्नल व्यू कियान ने दी ।इस संयुक्त अभ्यास की थीम है समुद्री सुरक्षा खतरों पर संयुक्त प्रतिक्रिया। इसमें फॉर्मेशन मूवमेंट यात्रा, बोर्ड, खोज और जब्ती, हेलीकॉप्टर क्रॉस डैक लैंडिंग, खोज और बचाव, पनडुब्बी रोधी अभियान शामिल होंगे। चाइना मिलिट्री न्यूज़ के वेबसाइट ने इस सवाल की जानकारी दी है।
दोस्ती मजबूत करना है मकसद
चीनी सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह तीसरी बार है, जब चीन और पाकिस्तान इस तरह का अभ्यास कर रहा है।इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच सदाबहार रणनीतिक साझेदारी और पारंपरिक दोस्ती को मजबूत करना है।साथ ही दोनो सेनाओं रियलिस्टिक कॉम्बैट ट्रेनिंग की मजबूत करना है।गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के बीच 2 +2 बातचीत पर चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लेख प्रकाशित किया था।इस लेख में चीन की तरफ से कहा गया था कि अमेरिका भारत को अपनी तरफ करने के लिए सभी जतन कर रहा है ।