मुंबई: महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद बढ़ गया है। मंगलवार को कर्नाटक के बेलगावी के हिरेबागेवाडी टोलनाके पर कन्नड़ रक्षण वेदिका संगठन के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के वाहनों पर जोरदार हमला कर दिया। पत्थरबाजी की, बसों और ट्रकों के शीशे तोड़ डाले, नंबर प्लेट उखाड़े और बस और ट्रकों की छतों पर चढ़ कर कन्नड़ रक्षण वेदिका के झंडे लहराए। इस घटना के बाद संगठन के प्रमुख नारायण गौड़ा समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन कार्यकर्ताओं में बड़ी तादाद में महिलाएं भी शामिल रहीं।
पत्थरबाजों ने ट्रकों को बनाया निशाना
पुलिस के मुताबिक, राज्य भर के विभिन्न जिलों से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र की ओर जा रहे पांच ट्रकों पर पथराव किया था। वे ट्रकों पर चढ़ गए और महाराष्ट्र के नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने रजिस्ट्रेशन प्लेट भी फाड़ दी और वाहनों पर काला रंग कर दिया।
बेलगाम में हैं मराठी भाषी ज्यादा आबादी
इस बार बेलगाम शहर इस विवाद के केंद्र में है। महाराष्ट्र लगातार दावा करता रहा है कि 1960 के दशक में राज्यों के भाषा-आधारित पुनर्गठन में यह मराठी-बहुल क्षेत्र, कन्नड़-बहुल कर्नाटक को गलत तरीके से दिया गया था। सीमावर्ती भागों में बेलगावी, निपाणी, कारवार जैसे कुछ इलाकों में मराठी भाषियों की तादाद ज्यादा होने के आधार पर महाराष्ट्र का इन इलाकों पर दावा रहा है। बदले में कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने महाराष्ट्र के सोलापुर और अक्कलकोट के कुछ इलाकों पर दावा कर दिया और कहा कि वहां के लोग कर्नाटक में शामिल होना चाहते हैं।
दोनों राज्यों में है भाजपा की सरकार
गौरतलब है कि कर्नाटक ने हाल ही में महाराष्ट्र के कुछ गांवों पर अपना दावा फिर से शुरू कर दिया है, जिससे कटुता का एक नया दौर शुरू हो गया है, जबकि दोनों राज्यों में एक ही पार्टी भाजपा सत्ता में है। इस घटना के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने फोन पर कर्नाटक के सीएम से बात की है और वाहनों के तोड़फोड़ को लेकर नाराजगी जताई है। सीएम बोम्मई ने महाराष्ट्र से आने वाले वाहनों को सुरक्षा देने का और दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
महाराष्ट्र के दो मंत्रियों ने रद्द की बेलगावी दौरा
इस विरोध प्रदर्शन के कारण महाराष्ट्र के दो मंत्रियों, चंद्रकांत पाटिल और शंभुराज देसाई ने बेलगावी की अपनी निर्धारित यात्रा स्थगित कर दी। सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि इस यात्रा से कानून-व्यवस्था की चुनौती पैदा हो सकती है। महाराष्ट्र ने पाटिल और देसाई को समन्वय मंत्री नियुक्त किया है, क्योंकि विवाद फिर से उच्चतम न्यायालय में है।