भुवनेश्वर (बीरेंद्र कुमार): ओडिशा के चिलिका झील में सर्दियों के दिनों में वर्षों से विदेशी पक्षी आते रहे हैं। इस वर्ष भी सर्दी की शुरुआत के साथ ही विदेशी पक्षी यहां झुंड के झुंड यहां आने लगे हैं। वन विभाग को सूचना मिली कि कुछ शिकारी घटकुड़ी गांव के पास मौजूद झील से विदेशी पक्षियों का शिकार कर ले जा रहे हैं। जानकारी मिलते ही वन विभाग इस मामले में सक्रिय हो गया और जांच शुरू कर दिया।
वन विभाग की करवाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्दियों के दिनों में जिन विदेशी पक्षियों का आगमन चिलिका झील में होता है, उसमें कुछ विदेशी पक्षी ब्रह्मगिरी भी आ जाती हैं। वन विभाग की टीम इन पक्षियों को शिकारियों से बचाने के लिए सघन निगरानी करता है,लेकिन उसके बावजूद शिकारी भी छिपकर इनका शिकार करते रहते हैं। वन विभाग को एक गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ शिकारी घटकुड़ी गांव के पास मौजूद झील से विदेशी पक्षियों का शिकार कर ले जा रहे हैं। ऐसे में वन विभाग की टीम बिना देरी की किए जानकारी दिए गए जगह पहुंच गई। शिकारियों ने जैसे ही वन अधिकारियों को देखा वैसे ही अनलोगों ने पक्षियों को वहीं छोड़ दिया और वहां से फरार हो गए। वन विभाग की टीम ने 20 विदेशी पक्षियों के शवों को जब्त किया और आगे के अनुसंधान में जुट गई। वन विभाग ने शिकारियों द्वारा पुरी जिला के ब्रह्मगिरी प्रखंड के घटकुड़ी गांव के पास की गुफा से जिन 20 विदेशी पक्षियों के शव बरामद किए हैं उनमें शोभलर नॉर्दर्न, और पिंटेल प्रजाति की पक्षी शामिल हैं।
बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पक्षियों को देखने आते हैं
सर्दी के महीने में चिलिका झील में सात समुंदर पार से हर साल खाने की तलाश और प्रजनन के दृष्टिकोण से तरह तरह के पक्षी यहां आते हैं। कुछ दिनों तक यहां रहने के बाद ये वापस अपने देश लौट जाते हैं। चिलिका झील में इन पक्षियों को देखने के लिए सैलानियों में भी उत्साह रहता है। बार बार पक्षियों को निकट से देखने की चाहत में कई लोग यहां होटलों में रुक जाते हैं। सैलानियों के अलावा इस समय शिकारी भी यहां जगह-जगह जाल बिछाकर इन विदेशी पक्षियों का शिकार करते हैं और इन्हें होटलों में ऊंचे दर पर बेच देते हैं।