विकास कुमार
एक दिन की बारिश ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी है। राजधानी लखनऊ की सड़कों पर सैलाब का नजारा दिख रहा है। रिहायशी मोहल्लों में भी घुटने से ज्यादा पानी जमा हो गया है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपने शासन में लखनऊ तक में ड्रेनेज सिस्टम का इंतजाम नहीं किया है। लखनऊ में जगह जगह पानी जमा होने के बाद लोगों को घर में ही रहने का निर्देश दिया है, मौसम विभाग ने 11 सितंबर को भी लखनऊ में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार को सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। लखनऊ के डीएम सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि सभी सरकारी, गैरसरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं मौसम विभाग की माने तो मंगलवार से बारिश में कमी आएगी,लेकिन सप्ताह भर हल्की-फुल्की बारिश अलग-अलग हिस्सों में दर्ज की जाएगी। भारी बारिश से तापमान में भी 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। बहराइच, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, हरदोई, लखीमपुर,श्रावस्ती, इटावा, औरैया, कन्नौज, गोंडा और अयोध्या में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वही लगभग 35 जिलों में गरज और चमक के साथ हल्की से मध्य बरसात के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, सोमवार को बुंदेलखंड, लखनऊ के आसपास के जिलों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश के आसार हैं।
भारी बारिश ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी है। बड़े बड़े दावे करने वाली योगी सरकार ने लखनऊ में ड्रेनेज सिस्टम तैयार नहीं किया है। यही वजह है कि एक दिन की बारिश में ही लखनऊ शहर ने सरकार के दावों की हकीकत बयान कर दी है।