न्यूज़ डेस्क
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर कांग्रेस नेता कमलनाथ ने एक घोटाला शीट जारी करते हुए तीन लाख करोड़ से ज्यादा के घोटाला के आरोप लगाए हैं। पत्रकारों के सामने घोटाला से जुड़े जारी करते हुए कमलनाथ ने कहा कि एक समय ऐसा भी आएगा जब गूगल पर घोटाला सर्च करने पर शिवराज सिंह की तस्वीर सामने आएगी। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार जनमत से नहीं, बल्कि धनमत से बनी सरकार है। लोकतंत्र से घोटाला कर बनी शिवराज सरकार ने सरकारी खजाने को लूटकर घोटाला करना अपना मूल मंत्र बना लिया है।
कमलनाथ ने कहा कि संसार में ऐसा उदाहरण कम ही मिलेगा जब किसी मुख्यमंत्री ने गर्भस्थ शिशु से लेकर मृत्यु को प्राप्त हो चुके मनुष्य तक को अपने घोटाले में शामिल कर लिया हो। इतना ही नहीं घोटाला करने में भगवान को भी न छोड़ा हो। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, पोषाहार घोटाले में शिवराज सरकार ने गर्भवती और गर्भस्थ शिशुओं के साथ भ्रष्टाचार किया। राशन घोटाले में सभी नागरिकों के भोजन में घोटाला किया। आयुष्मान घोटाले में मृतकों के नाम पर उपचार कराकर संसार से विदा हो चुके मृतकों के नाम पर भी घोटाला कर दिया।
यही एक ऐसी सरकार है, जिसने सिंहस्थ और महाकाल लोक घोटाले में भ्रष्टाचार कर भगवान के साथ भी धोखा किया है। शायद इन्हीं जैसे बेईमानों के लिए यह गाना लिखा गया था, भगवान को धोखा देते हैं, इंसान को यह क्या छोड़ेंगे ? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार विश्व की सबसे अधिक घोटाला करने वाली सरकार है। शिवराज जी ने अपने 18 साल के कार्यकाल में घोटाले पर घोटाले कर भ्रष्टाचार का कीर्तिमान रच दिया है।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार के काले कारनामों का काला चिट्ठा बहुत लंबा है, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण महाघोटालों को शामिल कर कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार के 18 साल के कार्यकाल की घोटाला-शीट तैयार की है। इससे मध्य प्रदेश की जनता को 50 प्रतिशत कमीशन राज की तथ्यात्मक हकीकत भली-भांति समझ आ जाएगी।
बता दें कि कांग्रेस की घोटाला शीट में लगभग तीन लाख करोड़ के घोटालों का जिक्र है। इसमें 15,000 करोड़ का पोषण आहार घोटाला, 12,000 करोड़ का मिड-डे मील घोटाला, 9,500 करोड़ का आंगनबाड़ी नल-जल घोटाला, 600 करोड़ का गणवेश घोटाला, 2,000 करोड़ का सर्व शिक्षा अभियान घोटाला, 2,000 करोड़ का व्यापम महाघोटाला, 2,000 करोड़ का नर्सिंग घोटाला, 3,000 करोड़ का कौशल घोटाला, 2,500 करोड़ का पैरामेडिकल छात्रवृत्ति घोटाला, 94,000 करोड़ का बिजली घोटाला, 10,000 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला और 50,000 करोड रुपए का चेक पोस्ट घोटाला शामिल है।
कमलनाथ ने कहा कि नर्मदा मैया में अवैध उत्खनन कर इन्होंने मध्य प्रदेश की जीवनदायनी मां नर्मदा के साथ भी छल किया है। इन्होंने दवा और दारू दोनों में घोटाला किया है। मध्यप्रदेश में हुआ नर्सिंग कॉलेज घोटाला और 86,000 करोड़ का शराब घोटाला इसी की बानगी है।

