न्यूज़ डेस्क
गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों का कार्यकाल पूरा हो गया है। तीन सीटों पर अगस्त महीने में चुनाव होने हैं। जिन तीन सीटों पर चुनाव होने होने हैं उनमे से एक सीट पर अभी विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं जबकि दो अन्य सीटों से जुगल जी ठाकोर और दिनेश चंद्र अनावड़िया को बीजेपी में राज्य सभा में भेजा था। अब इन तीनो नेताओं का कार्यकाल पूरा हो चुका है। अब इन तीनो सीटों से बीजेपी किसे राज्य सभा में भेजेगी इसको लेकर भागदौड़ जारी है।
जानकारी के मुताबिक कोई आधा दर्जन लोग इस भागदौड़ में शामिल हैं लेकिन बीजेपी अभी इस पर कोई फैसला नहीं कर रही है। एक जानकारी यही सामने आई है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर को फिर से गुजरात से ही बीजेपी राज्य सभा में भेज सकती है। जयशंकर पीएम मोदी के भी खास हैं और कहा जा रहा है कि उनकी विदेश नीति से सरकार को लाभ भी मिल रहा है। ऐसे में एक सीट पर जयशंकर को भेजा जाना तय माना जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि विजय रुपानी और नितिन को बीजेपी राज्यसभा में भेज सकती है।
इतना तय है कि बीजेपी खली हो रही तीनो सीटों पर चुनाव जीत जाएगी। कांग्रेस की हालत ऐसी नहीं है कि वह बीजेपी का मुकाबला कर पायेगी। गुजरात में राज्यसभा की 11 सीटें हैं जिनमे से आठ बीजेपी के पास है जबकि तीन कांग्रेस के पास। ऐसे में तीन सीटों के चुनाव में भी बीजेपी का दबदबा रहेगा, क्योंकि कांग्रेस विधानसभा में कमजोर स्थिति में ऐसे में फिर से तीनों सीटों पर बीजेपी की जीत तय है। ऐसे में चर्चा यह है कि पार्टी फिर से विदेश मंत्री एस जयशंकर को राज्य सभा भेजेगी। चर्चा है कि पार्टी पुराने दोनों के स्थान पर नए चेहरों और पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं को मौका दे सकती है। पार्टी ने सितंबर 2021 में जब नो रिपीट थ्योरी लागू की थी। तब राज्य बीजेपी के काफी वरिष्ठ नेताओं की सरकार से विदाई हुई थी। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी शामिल हैं।
सूत्रों की मानें तो पार्टी तीन सीटों में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल को राज्य सभा भेज सकती है। ऐसे में राजकोट और दक्षिण गुजरात में पार्टी को बड़ी मजबूती मिल सकती है। दोनों नेताओं के समर्थक लंबे समय से अपने नेताओं के अच्छे दिन के लिए इंतजार कर रहे हैं। इन दोनों नेताओं को बीजेपी हाई कमान ने हाल ही में अहम जिम्मेदारी दी है। विजय रुपाणी को पंजाब के साथ दिल्ली की तीन लोकसभा का प्रभारी बनाया गया है तो नितिन पटेल को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों के इंचार्ज का काम दिया गया है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में गुजरात से राज्य सभा जाने का मौका किसे मिलता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर के फिर से गुजरात से उच्च सदन जाने की पूरी संभावना है।