भारतीय नौसेना ने एक और कीर्तिमान रचते हुए भारत के स्वदेशी आईएनएस विक्रांत युद्धपोत पर MiG-29K की रात में सफलतापूर्वक लैंडिंग कराई। भारतीय नौसेना ने इसे ऐतिहासिक उपब्लधि बताया है।
- नौसेना ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण ‘नाइट लैंडिंग’ परीक्षण के जरिये आईएनएस विक्रांत के चालक दल और नौसेना के पायलटों के संकल्प, कौशल और पेशेवर अंदाज का प्रदर्शन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह उपलब्धि बुधवार रात को हासिल की गई जब जहाज अरब सागर में था।
- भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि आईएनएस विक्रांत पर मिग-29K की रात के समय पहली लैंडिंग करने से भारतीय नौसेना ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह नौसेना के आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने का संकेत है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईएनएस विक्रांत पर मिग-29K को पहली बार सफलतापूर्वक रात के समय उतारे जाने पर भारतीय नौसेना को बधाई दी। राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘आईएनएस विक्रांत पर मिग-29K पहले ‘नाइट लैंडिंग’ परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए भारतीय नौसेना को बधाई।
- भारत में विकसित हल्के लड़ाकू विमान के नौसेना प्रारूप को फरवरी में विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर उतारा गया था। इससे अलग, रूस निर्मित मिग-29K विमान को भी भारत के प्रथम स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर उतारा गया था।
- पीएम नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष सितंबर में भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ को लॉन्च किया था। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है, जिनके पास ऐसे बड़े युद्धपोतों के निर्माण की घरेलू क्षमताएं हैं।
- गौरतलब है कि इससे पहले तेजस विमान के नौसैनिक वर्जन ने आईएनएस विक्रांत पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी। हालांकि, 'मिग-29के' लैंडिंग इसके मुकाबले कहीं अधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
- इसका बड़ा कारण यह है कि जहां तेजस विमान की लैंडिंग दिन के वक्त हुई थी वहीं 'मिग-29K की लैंडिंग रात को हुई है।