न्यूज डेस्क
जी20 एम्पॉवर की स्थापना बैठक 11-12 फरवरी को उत्तर प्रदेश के आगरा में आयोजित की गई थी। अब एम्पॉवर की दूसरी बैठक 4-6 अप्रैल, 2023 के दौरान केरल के तिरुवनंतपुरम में आयोजित होने वाली है। इसकी व्यापक रूप से तैयारी चल रही है सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल होंगे।
जी20 एम्पॉवर की दूसरी बैठक का विषय है “महिला सशक्तिकरण: समानता और अर्थव्यवस्था के लिए एक लाभप्रद स्थिति” । भारत की जी20 की अध्यक्षता महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में परिवर्तनकारी बदलावों को आगे बढ़ाने की दृष्टि से समावेशी, न्यायसंगत, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्रवाई उन्मुख है।
आज, विभिन्न देश महिलाओं को सशक्त बनाने पर अभूतपूर्व तरीके से ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। इस संदर्भ में भारत की जी20 अध्यक्षता एक महत्वपूर्ण मोड़ पर शुरू हुई है और यह एक उपयुक्त समय भी है। तिरुवनंतपुरम में आयोजित एम्पॉवर की दूसरी बैठक के तहत जी20 एम्पॉवर 2023 के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों और जी20 एम्पॉवर एलायंस की पूर्व की अध्यक्षता के तहत महिला सशक्तिकरण में तेजी लाने की दिशा में किए गए प्रयासों को आगे बढ़ाया जाएगा और उन्हें मजबूत किया जाएगा।
महिलाओं के आर्थिक प्रतिनिधित्व के सशक्तिकरण और प्रगति के लिए जी20 गठबंधन,जी 20 के व्यापार जगत के नेताओं और सरकारों का एक ऐसा गठबंधन है जिसका उद्देश्य निजी क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व और सशक्तिकरण में तेजी लाना है। भारत की अध्यक्षता में जी20 एम्पॉवर 2023 का उद्देश्य भारत के महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाना है।
महिला सशक्तिकरण सिर्फ सामाजिक न्याय का एक मुद्दा भर नहीं है, बल्कि यह एक आर्थिक अनिवार्यता भी है। सम्मिलित रूप से, जी20 के सदस्य देश विश्व के कुल सकल घरेलू उत्पाद का 80 प्रतिशत से अधिक, अंतरराष्ट्रीय व्यापार का 75 प्रतिशत और विश्व की कुल जनसंख्या का 60 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, भविष्य की वैश्विक आर्थिक वृद्धि और समृद्धि को सुरक्षित करने की दिशा में जी20 की एक रणनीतिक भूमिका है। इसमें महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता सुनिश्चित करने की असीम क्षमता है।
इस बैठक में को पैनल पर चर्चा होगी ।इन विचार – विमर्शों के मुख्य पहलुओं में मार्गदर्शन एवं क्षमता निर्माण के जरिए महिला उद्यमशीलता को आगे बढ़ाना; बाजार तक पहुंच एवं वित्त पोषण; कारोबार को आगे बढ़ाने में एसटीईएम शिक्षा एवं नवाचार की भूमिका; जमीनी स्तर सहित सभी स्तरों पर नेतृत्व को सक्षम बनाना; महिला सशक्तिकरण के लिए मानसिक एवं निवारक स्वास्थ्य सहित समग्र कल्याण; गुणवत्तापूर्ण एवं सुलभ शिक्षा, डिजिटल प्रवाह और आजीवन सीखने की प्रक्रिया में निवेश को बढ़ाना; वैज्ञानिक और कामकाज के गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करना शामिल होगा।
4 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रमों में ‘स्कूल-से-कार्यस्थल की ओर’ बदलाव को संभव बनाना और करियर विकास के अवसर; देखभाल संबंधी अर्थव्यवस्था को सहायता प्रदान करने हेतु एक सक्षम बुनियादी ढांचे में निवेश; महिला सशक्तिकरण के लिए कॉरपोरेट संस्कृति की दिशा में कदम आदि विषयों पर पैनल चर्चा के रूप में बेहद महत्वपूर्ण मुद्दों को भी उठाया जाएगा।