न्यूज डेस्क
कट्टर इस्लामिक देश ईरान परमाणु हथियार को बनाने की दिशा में तेजी से जुटा हुआ है। ईरान ने यूरेनियम के अपने भंडार को परमाणु हथियार बनाने के स्तर के बेहद करीब तक बढ़ा लिया है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की सीक्रेट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है, कि ईरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब पहुंच चुका है और वो अब परमाणु हथियार हासिल करने से सिर्फ एक कदम ही दूर है।
सोमवार को जारी की गई एक गोपनीय रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान ने संवर्धित यूरेनियम के भंडार को उस स्तर तक विकसित कर लिया है, जहां से हथियार बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के स्तर के करीब तक बढ़ा लिया है।
रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी निकाय की ओर से जारी की गई गोपनीय रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान के पास अब 60 प्रतिशत की शुद्धता का 142.1 किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम है। ये फरवरी में जारी की गई पिछली रिपोर्ट के बाद से अब तक 20.6 किलोग्राम ज्यादा है। इसका मतलब है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के लेवल के करीब तक पहुंचा लिया है।
परमाणु हथियार के बहुत करीब है ईरान
उल्लेखनीय है कि परमाणु हथियार बनाने के लिए 90 प्रतिशत की शुद्धता वाला संवर्धित यूरेनियम चाहिए। 60 प्रतिशत शुद्धता के संवर्धित यूरेनियम के साथ ईरान अब अपने लक्ष्य को हासिल करने से बस एक कदम की दूरी पर है। रिपोर्ट की मानें तो ईरान इस प्रक्रिया को धीमा करने के बदले में देश के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने की मांग कर रहा है।
ईरान के पास कितना यूरेनियम?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के पास समृद्ध यूरेनियम का कुल 6201.3 किलोग्राम का भंडार है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की पिछली रिपोर्ट के बाद से 675.8 किलोग्राम की वृद्धि को दर्शाता है। आपको बता दें कि ये रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है कि जब पूरे मध्य पूर्व के क्षेत्र में तनाव फैला हुआ है। हाल ही में ईरान और इजरायल दोनों ने ही एक दूसरे पर हमला भी किया है।
रईसी की नीतियों पर आगे चलेगा ईरान: मोखबर
वहीं, ईरान में कार्यकारी राष्ट्रपति मुहम्मद मोखबर ने सोमवार को तेहरान में देश की संसद को संबोधित किया। उन्होंने कहा, बीते महीनों में कई बड़े कदम उठाने के बाद भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत और स्थिर है। यह स्थिति हमारे मरहूम नेता इब्राहीम रईसी के निर्णयों के चलते है। पश्चिमी देशों के तमाम प्रतिबंधों के बावजूद देश का तेल उत्पादन बढ़ रहा है और उससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। इसलिए ईरान रईसी की नीतियों पर आगे भी चलता रहेगा।