बीरेंद्र कुमार झा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा प्रभावित सूडान में भारतीयों से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर,वायुसेना और नौसेना के प्रमुख,विदेश और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ राजनयिक डिजिटल तरीके से शामिल हुए।
हिंसा में एक भारतीय समेत 300 से अधिक लोगों की मौत
विदेश मंत्री एस जयशंकर वर्तमान में गुयाना के दौरे पर हैं। सूडान की राजधानी खार्तूम सहित देश के अन्य हिस्सों में हुई 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले भारत ने गुरुवार को कहा था कि सूडान में स्थिति बहुत तनावपूर्ण है और वहां भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब एवं मिश्र सहित विभिन्न देशों के साथ करीबी समन्वय कर रहा है।
सुभान में स्थिति तनावपूर्ण
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने नई दिल्ली में कहा था कि सूडान में चार-पांच दिन बाद भी संघर्ष कम नहीं हुआ है। लड़ाई जारी है और स्थिति तनावपूर्ण है। ऐसे में हम भारतीयों से आग्रह करते हैं कि वे जहां हैं वहीं रहें और बाहर ना निकले उन्होंने कहा कि घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं।
भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में है दूतावास
सूडान में भारतीय दूतावास औपचारिक और अनौपचारिक माध्यम से भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में है। यह संघर्ष देश के सैन्य नेतृत्व के भीतर ताकत के संघर्ष का सीधा परिणाम है। सूडान में वहां की नियमित सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स नामक अर्धसैनिक बल के बीच टकराव के कारण हिंसा की यह स्थिति बनी है।