न्यूज डेस्क
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के चीफ इमरान खान को 9 मई को गिरफ्तार किए जाने के बाद देश में जमकर हिसक घटनाएं हुई थी। इमरान खान के समर्थकों ने सैन्य संस्थानों पर तोड़फोड़ और हमला किया था। घटना के करीब एक सप्ताह बाद अब इसमे शामिल लोगों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना ने सख्त रवैया अपनाया है। पाकिस्तानी सेना के शीर्ष नेतृत्व ने सैन्य संस्थानों पर हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का फैसला लिया है। नेशनल सिक्योरिटी कमेटी ने फैसला किया है कि सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवियों पर पाकिस्तान आर्मी एक्ट और आफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमें चलाए जाएंगे।
Probably my last tweet before my next arrest .
Police has surrounded my house.https://t.co/jsGck6uFRj— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 17, 2023
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने बुधवार को कहा कि देश को शर्मसार करने वाले लोगों को को इंसाफ के कठघरे में खड़ा किया जाएगा और ऐसी सुनियोजित घटनाओं की किसी भी कीमत पर पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी। इमरान की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई समेत दर्जनों सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी। उन्होंने सैनिकों को आश्वस्त किया कि ‘नौ मई के काले दिन को जिन लोगों ने देश को शर्मसार किया, उन्हें इंसाफ के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।’
इस बीच इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा है कि यह उनका आखिरी ट्वीट हो सकता है। उनके घर को पुलिस ने घेर लिया है। इमरान खाने ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें वह कहते दिख रह हैं कि ये लोग मेरी पॉप्युलरटी से डर रहे हैं। इन्हें खतरा है कि अगर चुनाव होते हैं तो इमरान खान फिर से पीएम बन जाएगा। ये लोग फौज और मुल्क की सबसे बड़ी पार्टी को आमने सामने खड़ा कर रहे हैं।
इमरान खान ने कहा कि ये लोग फौज को कहते हैं कि इमरान खान आया तो इंटरफेयर करेगा। लेकिन मैं फौज के मामलो में इंटरफेयर नहीं करता हूं। अगर मुझे इंटरफेयर करना होता तो मुझे पता था कि पिछला आर्मी चीफ मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है तो मैं उसे हटा देता। इमरान खान ने कहा कि अगर मैं फौज को कमजोर करूंगा तो खुद को कमजोर करूंगा।