न्यूज डेस्क
पाकिस्तान के पूर्व पूर्व सैन्य तानाशाह और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का आज निधन हो गया। वो 79 वर्ष के थे। मुशर्रफ को दिल और उम्र संबंधी दूसरी कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं,वो लंबे समय से दुबई के अस्पताल में भर्ती थे। परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था।
Former President of Pakistan, General Pervez Musharraf (Retd) passes away after a prolonged illness, at a hospital in Dubai: Pakistan’s Geo News pic.twitter.com/W1fGRVb6xZ
— ANI (@ANI) February 5, 2023
परवेज मुशर्रफ ने 21 साल की उम्र में बतौर जूनियर अफसर पाकिस्तानी आर्मी में शामिल हुए। उन्होंने 1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। ये युद्ध पाकिस्तान हार गया। बावजूद इसके बहादुरी से लड़ने के लिए पाक सरकार की ओर से मुशर्रफ को मेडल दिया गया।
परवेज मुशर्रफ की 1971 के भारत पाक युद्ध में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिसे देखते हुए पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें कई बार प्रमोट किया। 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल की साजिश रची। लेकिन बुरी तरह से असफल रहे। माना जाता है कि उन्होंने कारगिल को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अंधेरे में रखा था। मुशर्रफ ने 1999 में उस वक्त सैन्य तख्तापलट किया जब नवाज शरीफ श्रीलंका के दौरे पर थे।
1998 में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने परवेज मुशर्रफ पर भरोसा करके उन्हें पाकिस्तानी सेना का प्रमुख बनाया। लेकिन एक साल बाद ही 1999 में जनरल मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान के तानाशाह बन गए। उनके सत्ता संभालते ही नवाज शरीफ को परिवार समेत पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था।नवाज शरीफ ने ही मुशर्रफ को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाया था।
अपनी जीवनी ‘ ‘इन द लाइन ऑफ फायर – अ मेमॉयर’ में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी। लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए।