पाकिस्तान मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अध्यक्ष बन गया है। पाकिस्तान इसी साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया था। परिषद की अध्यक्षता इसके 15 सदस्य देशों के बीच बदलती रहती है।इस परिषद में 5 स्थायी सदस्य के अलावा 10 अस्थायी सदस्य होते हैं।
पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में भारी समर्थन के साथ सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया और उसे 193 में से 182 वोट मिले थे।पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान इस जिम्मेदारी को उद्देश्य, विनम्रता और दृढ़ विश्वास की गहरी भावना के साथ स्वीकार करता है। हमारा दृष्टिकोण संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों, अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान और बहुपक्षवाद के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता पर आधारित रहेगा।
पाकिस्तान के राजदूत आसिम इफ्तिखार अहमद ने एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान की अध्यक्षता पारदर्शी, समावेशी और उत्तरदायी होगी।हम जटिल भू-राजनीतिक परिदृश्य, दुनिया में बढ़ती अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरों, बढ़ते संघर्षों और गहराते मानवीय संकटों से पूरी तरह अवगत हैं। राजदूत इफ्तिखार जुलाई में प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर सुरक्षा परिषद की बैठकों की अध्यक्षता करेंगे।
इफ्तिखार पहले ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस से मिल चुके हैं और उन्हें जुलाई में सुरक्षा परिषद की कार्य योजना के बारे में जानकारी दे चुके हैं।पाकिस्तानी राजदूत ने कहा कि एक ऐसे देश के रूप में जिसने लगातार बातचीत और कूटनीति की वकालत की है, पाकिस्तान सुरक्षा परिषद के काम में सैद्धांतिक और संतुलित दृष्टिकोण लाएगा जो संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रयासों में पाकिस्तान के योगदान पर आधारित होगा।
22 जुलाई को ‘बहुपक्षवाद और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना’ विषय पर एक खुली बहस होगी। वहीं 24 जुलाई को ‘संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय संगठनों के बीच सहयोग और इस्लामिक सहयोग संगठन’’ पर एक कार्यक्रम होगा। दोनों बैठकों की अध्यक्षता पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार करेंगे।