बीते कुछ सालों में भारतीय सेना की ताकत का अंदाजा पूरी दुनिया को हुआ है. भारत ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कई उपब्धियां हासिल कीं और इसी क्रम में देश में बने भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट तेजस की ताकत को अब दूसरे देश भी देखेंगे. दरअसल, भारत का तेजस विमान पहली बार किसी दूसरे देश में होने वाली एक्सरसाइज में हिस्सा लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात की धरती पर पहुंचा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अपने पहले विदेशी युद्धाभ्यास के लिए तेजस ने शनिवार को यूएई की जमीन पर उतरा है. भारत की ओर से 5 स्वदेशी तेजस डेजर्ट फ्लैग एक्सरसाइज में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं. वायुसेना की एक टुकड़ी ‘डेजर्ट फ्लैग’ अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए अपने 110 कर्मियों के साथ यूएई के अल दाफरा वायुसेना अड्डे पर पहुंची है. वायुसेना पांच तेजस और दो सी-17 ग्लोबमास्टर-3 विमान के साथ भागीदारी कर रही है.
इंटरनेशनल एयरफोर्स एक्सरसाइज में पहली बार लेगा हिस्सा
इस मामले पर एक अधिकारी ने कहा, ‘यह पहला मौका है, जब एलसीए तेजस भारत के बाहर एक अंतरराष्ट्रीय वायुसेना अभ्यास में हिस्सा लेगा.’ ‘डेजर्ट फ्लैग’ एक्सरसाइज एक बहुपक्षीय वायुसेना अभ्यास है, जिसमें यूएई, फ्रांस, कुवैत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, बहरीन, मोरक्को, स्पेन, दक्षिण कोरिया और अमेरिका की वायुसेनाएं भी भाग ले रही हैं. यह अभ्यास 27 फरवरी से 17 मार्च तक होने का कार्यक्रम है.
अधिकारी ने कहा, ‘अभ्यास का लक्ष्य अलग-अलग वायुसेनाओं की सबसे अच्छी तरकीबों को सीखना है.’ तेजस को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है. यह एक इंजन वाला विमान है. जहां तेजस एलसीए फाइटर जेट कई विमान शो का हिस्सा रहा है, वहीं, इसने कभी भी इस तरह की एक्सरसाइज में हिस्सा नहीं लिया है. इंडियन एयरफोर्स के एक अधिकारी ने कहा है कि ये पहली पहली बार है कि जब तेजस भारत के बाहर एक इंटरनेशनल एयर एक्सरसाइज का हिस्सा बनने वाला है.