न्यूज डेस्क
म्यांमार की सेना ने मंगलवार को एक गांव पर हवाई हमला किया। इस हमले में कई बच्चों , महिलाओं समेत सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी। ये लोग म्यांमार में सैन्य शासन के विरोध में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, म्यांमार की सेना ने एक गांव पर हवाई हमले की पुष्टि की है, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए।
स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि हवाई हमले में सैन्य शासन विरोधी समूह नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (एनयूजी) का कार्यालय तबाह हो गया है। उन्होंने कहा कि बमबारी के समय समारोह में महिलाओं और बच्चों समेत 150 से ज्यादा लोग भाग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि मृतकों में सैन्य शासन विरोधी सशस्त्र समूहों और अन्य राजनीतिक संगठनों के नेता भी शामिल हैं।
म्यांमार की सेना के लड़ाकू विमान ने सागैंग प्रांत के कनबालू टाउनशिप स्थित पजीगी गांव के बाहर जमा भीड़ पर बम गिराए। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने एक बयान में कहा कि हवाई हमले की यह रिपोर्ट काफी परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि पीड़ितों में इस कार्यक्रम में डांस कर रहे स्कूली बच्चे और अन्य नागरिक शामिल हैं।
म्यांमार में 2 साल पहले हुए तख्तापलट के बाद इसे सेना का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है। हमले के दौरान वहां मौजूद एक व्यक्ति के मुताबिक गांव में सुबह 7 बजे सेना का जेट आया। इसने एक बम गिराया, जिसके बाद कई हेलिकॉप्टर्स से फायरिंग शुरू हो गई। ये गोलीबारी लगातार 20 मिनट तक जारी रही। म्यांमार में तख्तापलट के बाद से सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 3,000 से अधिक नागरिकों के मारे जाने का अनुमान है। देश में दो साल पहले हुए सैन्य शासन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। सेना इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए लोगों पर कार्रवाई कर रही है। इस घटना पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया भी आई है। संयुक्त राष्ट्र ने इसे परेशान करनेवाली घटना बताया है।