न्यूज डेस्क
ईरान के मिसाइल हमलों के बाद इजरायल ने चेतावनी दी है कि उसे इन हमलों का परिणाम भुगतने होंगे। वहीं ईरान ने भी चेताया है कि वह पलटवार करने की जुर्रत न करें,वरना परिणाम भुगतने होंगे। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटीनियो गुटेरस पर गंभीर आरोप लगाते हुए इजरायल ने अपने देश में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। उधर ईरान इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए इटली ने बुधवार को जी 7 देशों की आपात बैठक बुलाई। वे बैठक इटली में होगी।
हमलों के बाद मंगलवार रात सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ईरान को इन हमलों का दर्दनाक सबक मिलेगा। उन्होंने कहा कि ईरान ने बड़ी गलती कर दी है। उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। उसका मिसाइल हमला एक नाकाफी थी और उसे जल्द ही एक दर्दनाक सबक मिलेगा जैसा गाजा,लेबनान और अन्य स्थानों पर दुश्मनों को मिला है। जो भी हम पर हमला करेगा उस पर हमला करेंगे।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने बुधवार को कहा कि इजरायल पर किये गये हमला रक्षात्मक थे। हमारा लक्ष्य केवल उसकी सैन्य सुविधांए थी। हमारी और से हमले समाप्त हो चुके हैं। अगर इजरायल बदले की कार्रवाई करता है तो हमारी प्रतिक्रिया पहले से ज्यादा शक्तिशाली होगी। वह ऐसी जुर्रत न करे,वरना परिणाम भुगतने होंगे। ईरान के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने कहा कि इजरायल का साथ जो भी देगा उसके भी बुनियादी ढांचो और संपत्तियों को निशाना बनाया जाएगा।
इस बीच इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत ने अपने नागरिकों को ईरान की गैर जरूरी यात्रा न करने की सलाह दी है। ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइल हमले के बाद इजरायल की तरफ से जवाबी हमले की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए बुधवार को विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों के लिए परामर्श जारी किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जो लोग पहले से ईरान में रह रहे हैं या वहां मौजूद हैं वह तेहरान में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें। तेल अवीव में मंगलवार को भारतीय दूतावास ने इजरायल में मौजूद भारतीय नागरिकों के लिए परामर्श जारी कर कहा था कि क्षेत्र में मौजूदा हालात को देखते हुए यहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है।