आजकल सोशल मीडिया और कुछ नर्सिंग होम्स में यह दावा किया जा रहा है कि एक इंजेक्शन से ब्रेस्ट कैंसर कभी नहीं होगा। ऐसे दावों को सुनकर कई लोग भ्रमित हो जाते हैं।इसके लिए लोगों से 4 हजार से लेकर उससे ज्यादा चार्ज किया जा रहा है और दिक्कत की बात यह है कि आम लोग जिनको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, वे इस जाल में फंस जा रहे हैं।अगर आप इसके पीछे की सच्चाई जानेंगे तो चौंक जाएंगे।सच्चाई यह है कि अब तक ऐसी कोई वैक्सीन मार्केट में नहीं आई है, जो ब्रेस्ट कैंसर को पूरी तरह रोक सके।
वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स का मानना है कि अभी तक ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए कोई मंजूर वैक्सीन मौजूद नहीं है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिका की FDA (Food and Drug Administration) ने भी इस तरह के किसी इंजेक्शन को मंजूरी नहीं दी है।यानी अगर कोई नर्सिंग होम या क्लिनिक यह दावा कर रहा है तो वह लोगों को गुमराह कर रहा है।
ब्रेस्ट कैंसर वैक्सीन पर रिसर्च जरूर चल रही है और कुछ शुरुआती नतीजे उत्साहजनक भी हैं।
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी, सेंट लुईस (2024) में एक Phase I clinical trial हुआ जिसमें neoantigen DNA vaccine को ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर मरीजों को दिया गया।इसमें करीब 87 प्रतिशत मरीजों में 3 साल तक कैंसर वापस नहीं आया।
NeuVax (nelipepimut-S) Vaccine पर Phase II trial पूरे हो चुके हैं। इसमें HER2-low/intermediate ब्रेस्ट कैंसर मरीजों में इम्यून प्रतिक्रिया मिली।लेकिन यह अभी तक Phase III trial और अंतिम मंजूरी से दूर है।
Harvard और NCI (National Cancer Institute, USA) जैसी संस्थाएं भी इस दिशा में काम कर रही हैं। लेकिन अभी तक कोई वैक्सीन commercial use यानी आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है।
अगर कोई नर्सिंग होम यह दावा कर रहा है कि उनके पास ऐसा इंजेक्शन है जिससे ब्रेस्ट कैंसर कभी नहीं होगा तो यह पूरी तरह से फर्जी है। यह न सिर्फ धोखाधड़ी है बल्कि मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ भी है। असली वैक्सीन अभी शोध और परीक्षण की प्रक्रिया में है, जो कई सालों तक चल सकती है।
ऐसे किसी भी दावे पर भरोसा न करें कि यह इंजेक्शन लगवाने से कैंसर नहीं होगा।
किसी भी मेडिकल ट्रीटमेंट से पहले केवल प्रमाणित डॉक्टर और सरकारी/मान्यता प्राप्त संस्थान की सलाह लें।
अगर किसी नर्सिंग होम या क्लिनिक में ऐसा इंजेक्शन ऑफर किया जा रहा है तो तुरंत इसकी सूचना संबंधित स्वास्थ्य विभाग को दें।
ब्रेस्ट कैंसर वैक्सीन पर रिसर्च जरूर चल रही है और आने वाले सालों में यह मेडिकल साइंस की बड़ी उपलब्धि हो सकती है,लेकिन अभी तक ऐसी कोई दवा या इंजेक्शन आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। इसलिए ऐसे फर्जी दावों से सावधान रहें और सही जानकारी पर भरोसा करें।
