- बीरेंद्र कुमार झा
अमेरिका में गोलीबारी की घटना दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है।अमेरिका में सोमवार को नैशविले की एक निजी क्रिश्चियन स्कूल में एक महिला ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। बताया जा रहा है कि इस फायरिंग में 7 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं इस घटना के बाद पुलिस से हुए मुठभेड़ में संदिग्ध महिला हमलावर की भी मौत हो गई ।
गोलीबारी के समय कक्षा में 200 छात्र थे मौजूद
दिल दहला देने वाली यह घटना अमेरिका के द कान्वेंट स्कूल की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संदिग्ध हमलावर ने एक् साइड दरवाजे से इमारत में प्रवेश किया था।घटना के वक्त इस स्कूल में नर्सरी से लेकर छठी कक्षा तक के 200 छात्र मौजूद थे। स्कूल की इमारत में प्रवेश करते ही इस महिला हमलावर ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने किया काउंटर अटैक
स्कूल में गोलीबारी की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंच गई और हमलावर महिला को पकड़ने की कोशिश करने लगी। इस बीच दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें महिला हमलावर की भी मौत हो गई। गोलीबारी की समाप्ति के बाद सभी पीड़ितों को मूंडरू कैरेल जूनियर चिल्ड्रन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अमेरिका में बढ़ रही है फायरिंग की घटना
अमेरिका में आए दिन फायरिंग की घटना सामने आ रही है। इससे पहले कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो काउंटी के एक गुरुद्वारे में दो लोगों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इससे पहले अमेरिका के मिलवाकि शहर में गोलीबारी की घटना सामने आई थी, जिसमें एक 15 साल के लड़के की मौत हो गई थी जबकि 5 युवतियां घायल हो गई थी।
अमेरिका का गन कल्चर ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार
अमेरिकी समाज में गन कल्चर आम बात है। वहां कोई भी शख्स जब मन चाहे, तब गन खरीद सकता है।वहां गन की खरीददारी वैसे ही की जाती है,जैसे हम यहां सामान्य सामानों की खरीदारी करते हैं। गन की खरीदारी के लिए वहां ज्यादा जद्दोजहद करने की जरूरत नहीं होती है। वहां गन लेकर घूमना या अपने पास रखना आम बात है,हालांकि कई बार अमेरिकियों को इस गन कल्चर की भारी कीमत भी चुकानी पड़ती है, जब कोई सिरफिरा भीड़ में गोली चला कर कई लोगों की जान ले लेता है।