न्यूज़ डेस्क
सोमवार सुबह आये भूकंप से तुर्की और सीरिया तबाही के कगार पर पहुँच गए हैं। हजारों घर जमींदोज हो गए हैं। इस विनाशकारी भूकंप से अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है तथा 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है। माना जा रहा है कि भूकंप प्रभावित चार देशों में मौतों की संख्या एक हजार से भी ज्यादा हो सकती है। लगातार बचाव कार्य जारी है लेकिन जिस तरह से तबाही मची है आपदा प्रबंधन में काफी दिक्कत भी आ रही है। खबर के मुताबिक़ अभी भी बड़ी संख्या में लोग मलबे में दबे हुए हैं जिनमे महिलायें और बच्चे सबसे ज्यादा बताये जा रहे हैं। बड़ी संख्या में पशुओं की भी मौत हुई है।
बता दें कि सोमवार सुबह करीब चार बजकर 30 मिनट पर 3 बड़े भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहले भूकंप की तीव्रता 7.8 तीव्रता थी। इसे राजधानी अंकारा, नूरदगी शहर समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई। इसके अलावा सीरिया, लेबनान और इजराइल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
न्यूज एजेंसी एपीएफ के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि तुर्की में अब तक 76 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। 440 लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, सीरिया में 111 लोग मारे गए हैं। 516 से ज्यादा घायल हुए हैं। लेबनान और इजराइल से फिलहाल किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं सकी है।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, पहले भूकंप का केंद्र तुर्की के कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था। लोकल समय के मुताबिक, ये भूकंप सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर आया। इसके 11 मिनट बाद यानी 4 बजकर 28 मिनट पर 6.7 तीव्रता का दूसरा भूकंप भी आया। इसका केंद्र जमीन से 9.9 किलोमीटर नीचे था। दूसरे भूकंप के 19 मिनट बाद यानी 4:47 बजे 5.6 तीव्रता का तीसरा भूकंप भी आया। लिहाजा कई लोगों के मलबे में दबे होने और मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
]तुर्की के गाजियांटेप शहर बर्बाद हो गया है। यहां कई इमारतें तबाह हो गईं। तुर्की में मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। गाजियांटेप शहर में जिस वक्त भूकंप आया लोग अपने घरों में सो रहे थे।
राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को तैनात किया गया है। सैनिक मलबे से लोगों को निकालते हुए दिख रहे हैं। यहां कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। नूरदगी शहर में मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि बहुत से लोग यहां मलबे में दबे हुए हैं। तुर्की के मीडिया के मुताबिक, भूकंप के बाद नैचुरल गैस की पाइपलाइन में फट गई। इसके बाद पाइपलाइन में आग लग गई।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, भूकंप के केंद्र के पास यानी गाजियांटेप शहर में कई सीरियाई रिफ्यूजी रहते हैं। यूनाइटेड नेशन्स कमिशनर फॉर रिफ्यूजी के मुताबिक, दुनिया के सबसे ज्यादा रिफ्यूजी तुर्की में रहते हैं। इनमें से 3.5 मिलियन सीरिया के रिफ्यूजी हैं। गाजियांटेप से ही इनकी मदद के लिए बड़े ऑपरेशन्स चलाए जाते हैं।