न्यूज़ डेस्क
तुर्किये और सीरिया में आये दो सप्ताह पहले आये भूकंप से अबतक 46 हजार लोगो की मौत हुई है। हालांकि ये सरकारी आंकड़े हैं। कहा जा रहा है कि मौत के ये आंकड़े इससे कहीं ज्यादा है। तुर्किये में 40 हजार लोगो की मौत हुई है जबकि सीरिया में मरने वालों की संख्या करीब 6 हजार दर्ज की गई है। इस बीच यह खबर भी आ रही है कि तुर्किये रेस्क्यू ऑपरेशन को खत्म कर दिया है। इस भीषण भूकंप में दस लाख से ज्यादा लोगो के बेघर होने की खबर भी है। तुर्किये की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है। जानकारी के मुताबिक इसी बीच अमेरिका तुर्किये और सीरिया में दौरा करके राहत पैकेज की घोषणा कर सकता है ताकि लोगो को राहत मिल सके और दोनों देशो के पुनर्निर्माण की शुरुआत की जा सके।
जानकारी के मुताबिक़ तुर्किये की हालत बहुत ही ख़राब हो गई है। बेघर हो चुके एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोग तुर्किये के दस राज्यों में विस्थापित हुए हैं जहां वे टेंटो में रह रहे हैं। बड़े स्तर पर उनके खाने -पीने और स्वास्थ्य की व्यवस्था की जा रही है लेकिन लोग अभी भी काफी डरे हुए हैं। भूकंप के छोटे झटके अभी भी आते रहे हैं जिससे लोग काफी भयभीत हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में आठ हजार से ज्यादा लोगो की जाने बचाई गई है लेकिन उनकी हालत अभी ख़राब है।
न्यूज़ एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किये में भूकंप के बाद एक गांव दो हिस्सों में बंट गया है। तुर्किये के अन्तक्या शहर के पास डेमिरकोपु गांव में भूकंप से इतनी तबाही हुई है कि जमीन में बड़ी दरार आ गई है और गांव दो भागो में बंट गया है। यह गांव 13 फ़ीट नीचे धंस भी गया है। आलम ये है कि इस गांव में जमीं के नीचे से पानी के फब्बारे निकल रहे हैं।
हालांकि दुनिया भर के देश तुर्किये और सीरिया को हर तरह की मदद कर रहे हैं। लेकिन तुर्किये की हालत इतनी ख़राब हो गई है कि उसके सामने बर्बाद हो चुके शहरो और गांव को बसाने की बड़ी चुनौती है। सामने चुनाव भी होने है। कहा जा रहा है कि इस भूकंप का बड़ा असर चुनाव पर भी पडेगा और जिसकी भी सरकार बनेगी उसके सामने बड़ी चुनौती होगी।