न्यूज डेस्क
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खतरे के निशान के पार पहुंच गया है। दिल्ली एनसीआर के कई इलाके ऐसे हैं, जहां का एक्यूआई 300 से ज्यादा है। स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एनसीआर में ग्रैप का पहला चरण लागू कर दिया है।
केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तीसरे चरण को लागू करने का फैसला लिया है। सीएक्यूएम ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। ग्रैप के तीसरे चरण के तहत निर्माण और विध्वंस से जुड़े कार्यों पर पूरी तरह से रोक रहेगी। इसके अलावा निर्माण सामग्री को ढोने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। पेंटिंग, पॉलिशिंग और वर्निशिंग से जुड़े कार्यों पर रोक रहेगी। सिर्फ वही निर्माण कार्य जारी रहेंगे, जो राष्ट्रीय तौर पर जरूरी हैं।
वहीं, पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला भी लिया गया है। छोटे बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाया जाएगा। प्रमुख सडक़ों पर जल छिडक़ाव बढ़ाया जाएगा। अब एनसीआर से प्रदूषण फैलाने वाली बसों की दिल्ली में एंट्री नहीं होगी। सीएनजी, बीएस-6और इलेक्ट्रिक बसों को इसमें छूट रहेगी। इसके अलावा अखिल भारतीय पर्यटक परमिट वाली बसों या टेंपो यात्रियों पर भी यह लागू नहीं होगा।
दिल्ली के एक्यूआई की बात करें तो अलीपुर का एक्यूआई 398, आनंद विहार में 441, अशोक विहार में 440, चांदनी चौक में 347, बवाना में 455, मथुरा रोड में 399, इंदिरा गांधी एयरपोर्ट का 446, दिलशाद गार्ड में 407, नरेला में 447, दिल्ली यूनिवर्सिटी नॉर्थ कैंपस में 448, नेहरू नगर में 480, ओखला फेज 2 में 422, द्वारका में 444, पंजाबी बाग में 443, पटपड़गंज में 475, पूरा में 448, आरके पुरम में 477, रोहिणी में 458, आईटीओ में 358, जएलएन स्टेडियम में 444, जहांगीरपुरी में 468, नजफगढ़ में 404, लोधी रोड में 314 एक्यूआई दर्ज किया गया है।