भारत का चांद मिशन चंद्रयान-3 स्टेप बाय स्टेप चांद की तरफ बढ़ रहा है। इससे पहले 17 अगस्त को विक्रम लैंडर को अलग करने के बाद प्रोपेलशन मॉड्यूल चांद के आसमान पर घूम रहा है। विक्रम अकेले ही चांद को चूमने के लिए बढ़ रहा है।इसरो ने लैंडिंग से पहले के सारे चरण लगभग पूरे कर लिए हैं।विक्रम की चांद की सतह से दूरी अब महज25 किलोमीटर रह गई है। दूसरी तरफ सोवियत रूस से अलग होने के बाद रूस को अपने पहले चंद्रमा मिशन में झटका लगा है ।रूसी अंतरिक्ष यान लूना 25 प्री लैंडिंग कक्षा में प्रवेश करने की कोशिश में ही विफल हो गया।
लूना 25 विफल,भारत का चांद मिशन चंद्रयान-3 बढ़ रहा सफलता की तरफ
शनिवार देर शाम को मिली जानकारी के मुताबिक रूसी अंतरिक्ष यान की असफलता के कारणों का हालांकि पता नहीं लग पाया है ,लेकिन अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या इसका चांद मिशन लूना 25
फेल हो गया ! या फिर वह इसी यह से अगली कोशिश की तैयारी कर रहा है।चंद्रयान 3 पर कितना पड़ेगा असर
भारत का चांद मिशन चंद्रयान-3 स्टेप बाय स्टेप चांद की तरफ बढ़ रहा है।इससे पहले 17 अगस्त को विक्रम लैंडर को अलग करने के बाद प्रोपेलशन मॉड्यूल चांद के आसमान पर घूम रहा है। विक्रम अकेले ही चांद को चूमने के लिए बढ़ रहा है।इसरो ने लैंडिंग से पहले के सारे चरण लगभग पूरे कर लिए हैं।विक्रम की चांद की सतह से दूरी अब महज25 किलोमीटर रह गई है। दूसरी तरफ सोवियत रूस से अलग होने के बाद रूस को अपने पहले चंद्रमा मिशन में झटका लगा है ।रूसी अंतरिक्ष यान लूना 25 प्री लैंडिंग कक्षा में प्रवेश करने की कोशिश में ही विफल हो गया।
रूसी चंद्रयान लूना 25 की भारतीय चंद्रयान 3 से थी प्रतिस्पर्धा
भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान 3 के सफल प्रक्षेपण के लगभग एक महीने बाद 10 अगस्त को लॉन्च किया गया रूसी अंतरिक्ष यान लूना – 25 अगस्त महीने की गई 21 तारीख को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की दौड़ में शामिल था। हालांकि इससे पहले 19 अगस्त की रात में ही रूस ने इसे लेकर एक असामान्य स्थिति, उत्पन्न होने की सूचना दी।रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कॉसमॉस ने जानकारी दी कि अपने निर्धारित पूर्व लैंडिंग कक्षा में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए उसके यान लूना 25 में कुछ दिक्कत महसूस हुई ,जिस कारण उसका प्री लैंडिंग प्रयास असफल रहा।
क्या हुआ रूसी चंद्रयान लूना 25 को
रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कॉसमॉस ने एक टेलीग्राम ग्राम पोस्ट में कहा की प्री लैंडिंग ऑपरेशन के दौरान स्वचालित स्टेशन पर एक असामान्य स्थिति उत्पन्न हुई,जिसने निर्दिष्ट मामलों के साथ उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी। रोस्कॉसमॉस ने कहा है कि उनकी टीम स्थिति का विश्लेषण कर रही है।एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार चंद्र मिशन से प्राप्त प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक उसे चांद की मिट्टी के रसायनिक तत्वों के बारे में जानकारी थी और इसके उपकरण ने सुक्ष्म उल्कापिंड प्रभाव दर्ज किया था।
क्या बदलेगी लैंडिंग की तारीख
रूसी चंद्रयान लूना – 25 के 21 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने की उम्मीद थी। यह तुरत स्पष्ट नहीं है कि यह योजना अभी भी कामयाब कायम है या नहीं।रोस्कॉसमॉस ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या यह घटना लूना 25 को लैंडिंग कराने से रोकेगी या नहीं।
रूस का पहला चंद्रमा मिशन
अभी तक केवल तीन देश सफल चंद्रमा लैंडिंग में कामयाब रहे हैं ।पूर्ववर्ती सोवियत संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन। भारत और रूस चंद्रमा मिशन की तरफ बढ़ रहे हैं जो अंतरिक्ष यात्रा पूरी करने वाले देशों के बीच एक अत्यधिक प्रतिष्ठित लक्ष्य है ।सोवियत शुरू से अलग होने के बाद रूस ने 50 वर्षों में पहली बार चांद मिशन शुरू किया है।
चंद्रयान -3 की स्थिति
चंद्रयान 3 उम्मीद के मुताबिक लगातार चांद की तरफ बढ़ रहा है। रविवार तड़के जब पूरा देश नींद के आगोश में था तब विक्रम की चांद की सतह से दूरी महज 25 किलोमीटर रह गई थी भारतीय जानकी चांद से यह सबसे कम दूरी है इसरो ने उम्मीद लगाई है कि 23 अगस्त की शाम 5:47 तक या चंद्रमा पर शॉप चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकेगा।