न्यूज डेस्क
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहला दिन ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। शुरुआती झटकों से उबरने के बाद कंगारू टीम भारतीय टीम पर पूरी तरह हावी रही। टीम इंडिया कंगारू टीम के खिलाफ सिर्फ तीन विकेट ही हासिल कर सकी है। ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 327 रन बना लिए हैं। ट्रेविस हेड ने वनडे स्टाइल में ताबड़तोड 156 गेंद पर 146 रन बनाकर नाबाद हैं। उन्होंने अपनी पारी में 22 चौके और एक छक्का लगाया है। वहीं, स्टीव स्मिथ 227 गेंद पर 95 रन बनाकर नाबाद हैं। उन्होंने 14 चौके लगाए हैं। हेड और स्मिथ ने चौथे विकेट के लिए 251 रन की साझेदारी की।टीम इंडिया को रविचंद्रन अश्विन को अंतिम एकादश में नहीं चुनने का फैसला फिर भारी पड़ा क्योंकि न तो उमेश यादव और न ही शार्दुल ठाकुर दमदार दिखे जिससे भारतीय गेंदबाजी आक्रमण दूसरे और तीसरे सत्र में पूरी तरह बेदम दिखा।
भारत ने अश्विन की जगह एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को चुना जिससे भी टीम को कोई मदद नहीं मिली क्योंकि हेड (146 रन बनाकर खेल रहे) और स्मिथ (95 रन बनाकर खेल रहे) ने चौथे विकेट लिए 370 गेंद में 251 रन की नाबाद साझेदारी से आस्ट्रेलिया को तीन विकेट पर 73 रन के स्कोर से उबारने में मदद की। मार्नस लाबुशेन (26 रन) का विकेट 25वें ओवर में गिरा था जिसके बाद स्मिथ और हेड ने दोपहर और शाम के सत्र में बल्लेबाजी के अनुकूल पिच का फायदा उठाया। अभी तक 44 चौके और एक छक्का लग चुका है।
हेड का यह विदेशी सरजमीं पर पहला और कुल छठा शतक है। हेड ने अपने 36 टेस्ट के कॅरियर में चिर परिचित अंदाज में खेलते हुए भारतीय तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामकता बरती जबकि इससे पहले आस्ट्रेलियाई टीम लंच के बाद लाबुशेन के आउट होने से दबाव में आ गयी थी। फुल लेंथ गेंद से उन्हें जरा भी परेशानी नहीं हुई। मोहम्मद शमी हालांकि सुबह के सत्र में अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी नहीं कर सके थे लेकिन उन्होंने लंच के बाद पहली खूबसूरत गेंद पर लाबुशेन के ऑफ स्टंप उखाड़ दिए। फिर हेड क्रीज पर स्मिथ का साथ निभाने पहुंचे और उन्होंने शमी और मोहम्मद सिराज के खिलाफ चौके जड़कर दबाव भारत पर कर दिया।