आखिरकार पाकिस्तान को अपनी गलती सुधारनी पड़ी। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कराची स्टेडियम का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सभी देशों के झंडे थे, लेकिन उसमें भारत का झंडा नहीं दिखा था। जिस पर भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स ने पाकिस्तान को बड़ी लताड़ लगाई थी। पीसीबी की इस हरकत पर इसे नीचता का हद करार दिया गया था। लेकिन पाकिस्तान को अब अक्ल आ गई है।एक नए वीडियो में कराची स्टेडियम में अब भारत का झंडा भी फहरता देखा गया।
पीसीबी ने कराची स्टेडियम में उद्घाटन के बाद सभी देशों के झंडे लगाए थे, लेकिन इसमें भारत का झंडा नहींं था। यह आईसीसी के नियमों का उल्लंघन था, क्योंकि इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी देशों का ध्वज वहां जरूर लगा होना चाहिए। गद्दाफी स्टेडियम का वीडियो वायरल होने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सफाई देते हुए कहा कि यह पाकिस्तान की छवि बिगाड़ने की साजिश से है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी के अनुसार, स्टेडियम में केवल उन्हीं देशों के झंडे लगाए गए थे, जो वहां मैच खेलने वाले हैं। कराची, रावलपिंडी और लाहौर के स्टेडियमों में उन्हीं टीमों के झंडे लगाए गए हैं, जिनके मैच वहां होने हैं, जबकि भारत के मुकाबले दुबई में होने के कारण वहां उसका झंडा नहीं लगाया गया था।
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपनी गलती सुधारते हुए अब कराची में भारतीय झंडा भी लगा दिया है। भले ही भारतीय टीम अपने सभी मैच पाकिस्तान में नहीं, बल्कि दुबई में खेलेगी,लेकिन, स्टेडियम के भीतर अन्य टीमों के झंडों के साथ भारतीय झंडा भी लगा रहना चाहिए। गया हालांकि एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी ने पीसीबी को यह निर्देश भी दिया है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मैच के दिन केवल चार झंडे फहराए जाएंगे, जिसमें आईसीसी, पीसीबी और उस दिन होने वाले मैच के दोनों टीमों के झंडे ही शामिल रहेंगे।
इसके अलावा,भले ही भारत के मैच दुबई में हो रहे हों लेकिन भारतीय टीम की जर्सी पर भी पाकिस्तान का नाम लिखा गया है, क्योंकि यह टूर्नामेंट पाकिस्तान द्वारा आयोजित किया जा रहा है। पाकिस्तान की यह हरकत इसलिए भी मानी जा रही थी क्योंकि भारत ने अपनी मांग को मनवाते हुए इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मोड में करवा लिया था।
इस मामले पर बीसीसीआई (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि PCB को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि स्टेडियम में भारतीय झंडा पहले से था या नहीं।यदि झंडा पहले नहीं था, तो उसे वहां लगाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी देशों के झंडे स्टेडियम में मौजूद होने चाहिए।