न्यूज डेस्क
आईपीएल सीजन 17 का ख़िताब कोलकता नाइट राइडर्स ने अपने नाम कर लिया है। चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेले गए सीजन के फाइनल मुकाबले में हैदराबाद ने टॉस जीतकर 18.3 ओवर में सिर्फ 113 रन बनाए थे। इसके बाद 114 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स ने 10.3 ओवर में 2 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस जीत के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स तीसरी बार आईपीएल चैंपियन बन गई है।
इस फाइनल मैच में कोलकाता ने गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया और किसी भी समय हैदराबाद को हावी होने नहीं दिया। कोलकाता ने साल 2012 में पहली बार चैपिंयन बनी थी और अंतिम खिताब 2014 सीजन में पंजाब किंग्स को हराकर जीता था और अब 10 साल बाद टीम ने फिर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया है। केकेआर ने पहले दो खिताब गौतम गंभीर की कप्तानी में जीते थे। अब 2024 में जब केकेआर ने खिताब जीता तो गौतम गंभीर टीम के मेंटोर हैं।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी कर रही सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 113 रनों पर ढेर हो गई। कोलकाता ने खिताबी मुकाबले में शानदार गेंदबाजी की। कोलकाता के लिए मैच में रसेल ने 3 विकेट झटके जबकि मिचेल स्टार्क और हर्षित राणा को दो-दो सफलता मिली। वहीं वैभव, नरेन और वरुण 1-1 विकेट लेने में सफल रहे।
हैदराबाद को फाइनल में अच्छी शुरुआत नहीं मिली और टीम ने शुरूआती दो ओवरों में दोनों सलामी बल्लेबाजों का विकेट गंवा दिया। हैदराबाद इन झटकों से उबर नहीं पाई और लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती रही। हैदराबाद के लिए पैट कमिंस 24 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनके अलावा एडन मार्करम ने 20 रनों का पारी खेली। हैदराबाद के बल्लेबाजों ने लीग में शानदार प्रदर्शन किया था और टीम से खिताबी मैच में भी ऐसी उम्मीद थी, लेकिन टीम की बल्लेबाजी आज लड़खड़ा गई।
114 रन का लक्ष्य कभी भी मुश्किल नहीं था और केकेआर ने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की, उससे लगा कि वह 200 से बड़ा स्कोर भी आसानी से हासिल कर लेती। ओपनर सुनील नरेन फाइनल में बल्लेबाजी में ज्यादा कमाल नहीं कर पाए और 6 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन तीसरे नंबर पर आए वेंकटेश अय्यर (52) और ओपनर रहमानुल्लाह गुरबाज (39) ने धमाकेदार बल्लेबाजी कर अपनी टीम को लक्ष्य के पास पहुंचा दिया। इन दोनों ने महज 45 गेंद पर 91 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को 102 रन तक पहुंचा दिया। इस स्कोर पर गुरबाज आउट हो गए। लेकिन वेंकटेश अय्यर ने कोई गलती नहीं की। उन्होंने कप्तान श्रेयस अय्यर (6) के साथ मिलकर अपनी टीम को 11वें ओवर में जीत दिला दी।