न्यूज डेस्क
महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स पांचवीं बार आईपीएल चैंपियन बन गई है। सोमवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट पर 214 रन बनाए। इसके बाद बारिश ने खलल डाला और ढाई घंटे का खेल खराब किया। 12.10 पर मैच दोबारा शुरू हुआ।
डकवर्थ लुईस नियम के तहत चेन्नई को 15 ओवर में 171 रन का लक्ष्य मिला। आखिरी ओवर में सीएसके को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। पहली चार गेंदों पर तीन रन आए। इसके बाद आखिरी दो गेंदों पर सीएसके को 10 रन चाहिए थे। स्ट्राइक पर रवींद्र जडेजा थे। पांचवीं गेंद पर जडेजा ने छक्का लगाया। आखिरी गेंद जडेजा ने चौका लगाकर चेन्नई को जीत दिलाई। इस जीत के साथ चेन्नई के मुंबई के सबसे ज्यादा पांच बार खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
फाइनल मुकाबले में गुजरात टाइटंस के लिए रिद्धिमान साहा ने 54 और साई सुदर्शन ने 96 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इसके दम पर गुजरात की टीम आईपीएल फाइनल के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रही। गुजरात की पारी 20 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 214 रनों के स्कोर पर जाकर खत्म हुई। चेन्नई के लिए इस मुकाबले में मथीशा पथिराना ने 2 जबकि दीपक चाहर और रवींद्र जडेजा ने 1-1 विकेट हासिल किया।
इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल के इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरे चेन्नई की टीम को बारिश की वजह से 15 ओवर में 171 रन का संशोधित लक्ष्य दिया गया। डेवोन कॉनवे और ऋतुराज गायकवाड ने धुंआधार शुरुआत दी। इसके बाद शिवम दुबे, अजिंक्य रहाणे, अंबाती रायडू और आखिरी में रवींद्र जडेजा ने आकर टीम को चैंपियन बनाया।
चेन्नई सुपर किंग्स ने जब बल्लेबाजी शुरू की तो अभी पहले ओवर की केवल तीन गेंदें ही डाली गई थीं कि बारिश आ गई और मैच को रोकना पड़ा। चेन्नई सुपर किंग्स ने पहली तीन गेंदों पर चार रन बनाए। इसके बाद बारिश तो रुक गई लेकिन पिच और मैदान को सुखाने में काफी वक़्त लगा और यह मैच दोबारा रात 12.10 बजे शुरू हुआ। हालांकि यह फ़ैसला लिया गया कि अब यह मैच 15 ओवर का होगा।
डकवर्थ लुइस के नियमों के मुताबिक चेन्नई सुपर किंग्स के सामने जीतने के लिए 171 रन बनाने का लक्ष्य रखा गया। वहीं पावरप्ले छह की जगह चार ओवर का हो गया और एक गेंदबाज़ के लिए अधिकतम तीन ओवर डालने की सीमा तय की गई।
इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉनवे ने तेज़ बल्लेबाज़ी शुरू की और पावरप्ले के चार ओवरों में स्कोर बग़ैर कोई नुकसान 48 रन पर पहुंचाया। दोनों ओपनर्स ने 74 रनों की साझेदारी निभाई। चेन्नई सुपर किंग्स का पहला विकेट इसी स्कोर पर 7वें ओवर की तीसरी गेंद पर ऋतुराज गायकवाड़ के रूप में आउट हुआ।
गायकवाड़ का विकेट नूर अहमद ने लिया। गायकवाड़ ने 16 गेंदों पर 26 रन बनाए। मैदान पर शिवम दुबे इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में उतरे। इसी ओवर की आख़िरी गेंद पर नूर अहमद ने डेवोन कॉनवे को भी मोहित शर्मा के हाथों आउट किया। कॉनवे ने 25 गेंदों पर 47 रन बनाए।
कॉनवे के आउट होने के बाद शिवम दुबे का साथ देने अजिंक्य रहाणे उतरे और आते ही दो छक्के जड़े। इसके साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स ने 8 ओवरों में स्कोर दो विकेट पर 94 रन पर पहुंचा दिया। 10वें ओवर की पहली गेंद पर चेन्नई सुपर किंग्स ने 100 रन पूरे किए। इस ओवर की आख़िरी दो गेंदों पर रहाणे ने दो चौके लगाए और टीम का स्कोर 112 रन पर पहुंच गया।11वें ओवर में अजिंक्य रहाणे को मोहित शर्मा ने आउट कर दिया। अजिंक्य रहाणे ने 13 गेंदों पर 27 रनों की पारी खेली। 12वें ओवर में राशिद ख़ान की आख़िरी दो गेंदों पर शिवम दुबे ने दो छक्के लगाए और चेन्नई सुपर किंग्स का स्कोर 133 रन हो गया।
अपना आख़िरी मैच खेल रहे अंबाति रायुडू ने मोहित शर्मा की गेंदों पर प्रहार करना शुरू कर दिया। पहली गेंद पर रायुडू ने छक्का जड़ा, तो दूसरी गेंद पर चौका, तीसरी गेंद पर एक और छक्का लगाया। हालांकि इस ओवर की चौथी गेंद पर रायुडू को मोहित ने अपनी ही गेंदों पर कैच आउट कर पवेलियन लौटा दिया। रायुडू ने केवल आठ गेंदों पर 19 रन बनाए। रायुडू के आउट होने पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाज़ी करने उतरे और मोहित शर्मा की पहली ही गेंद पर बग़ैर कोई रन बना कर आउट हो गए।
14वें ओवर में मोहम्मद शमी ने केवल आठ रन ही बनने दिए। इसके साथ ही आख़िरी ओवर में चेन्नई सुपर किंग्स को जीत के लिए 13 रन बनाने का लक्ष्य मिला। शुरुआती चार गेंदों पर केवल तीन रन बने। आख़िरी दो गेंदों पर रवींद्र जडेजा ने ज़ोरदार बल्लेबाज़ी की और पहले छक्का और फिर चौका जड़ा इसके साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स पांचवी बार आईपीएल की चैंपियन बन गई।