भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली और उनकी पत्नी अर्पिता के साथ बड़ा हादासा हुआ।पुरी में बीच समुद्र में उनकी ‘स्पीडबोट’ पलट गई। हालांकि गनीमत रही कि दोनों बाल-बाल बच गए। यह हादसा पुरी में होटल सोनार बांग्ला के पास हुआ, जब स्नेहाशीष और अर्पिता अन्य पर्यटकों के साथ स्पीडबोट की सवारी कर रहे थे। समुद्र की तेज लहरों के कारण अचानक बोट का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई। मौके पर मौजूद लाइफगार्ड्स की तत्परता से सभी चारों यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी कि यह घटना ‘लाइटहाउस’ के पास हुई जब दंपति ‘स्पीडबोट’ सवारी का आनंद ले रहे थे। अर्पिता ने पीटीआई ने से बात करते हुए कहा, कि भगवान की कृपा से हम बच गए। मैं अभी भी सदमे में हूं।ऐसा नहीं होना चाहिए और समुद्र में जलक्रीड़ा की व्यवस्था सही तरीके से की जानी चाहिए।मैं कोलकाता लौटने के बाद पुरी के पुलिस अधीक्षक और ओडिशा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगी। घटना के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी नौका एक बड़ी लहर की चपेट में आकर पलट गई और वह तथा उनके पति सहित सभी यात्री समुद्र में गिर गए।उन्होंने कहा कि शुक्र है कि ‘लाइफगार्ड’ द्वारा तुरंत कार्रवाई करने से हमारी जान बच गई।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय लोगों ने बताया कि ‘स्पीडबोट’ एक बड़ी लहर की चपेट में आने के बाद संतुलन खो दिया और समुद्र में पलट गई।यह घटना उस इलाके में हुई, जो लाइटहाउस के पास स्थित है और जलक्रीड़ा गतिविधियों के लिए मशहूर है। चश्मदीदों ने बताया कि हादसे के वक्त मौके पर अफरातफरी मच गई और बचावकर्मियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी को सुरक्षित निकाल लिया।
पर्यटकों ने इस हादसे के लिए निजी वाटर स्पोर्ट्स ऑपरेटर की लापरवाही और स्टाफ की अनुभवहीनता को जिम्मेदार ठहराया।उन्होंने कंपनी पर मुनाफे के लिए लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया और जिला प्रशासन से इस ऑपरेटर की सेवाएं तत्काल निलंबित करने की मांग की।
एक अन्य पर्यटक, जो इस हादसे में बाल-बाल बचा उसने कहा कि यह सरासर लापरवाही है।ये लोग पर्यटकों की जान से खेल रहे हैं। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।हम लोग नाव पर बैठने से पहले लहरों और मौसम की स्थिति देख रहे थे, लेकिन बोट ऑपरेटर ने हमें सुरक्षा का भरोसा दिया।फिर जब बड़ी लहर आई, तो नाव पलट गई।शुक्र है कि लाइफगार्ड्स समय पर आ गए और हमारी जान बच गई।
स्नेहाशीष गांगुली, बंगाल की ओर से बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में लगभग 10 साल तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके हैं।गांगुली ने रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से 59 मैच में शिरकत करते हुएन 2534 रन बनाया था और उन्होंने दो विकेट भी लिए थे।इस समय वे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष भी हैं।