न्यूज डेस्क
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आईसीसी) के अगले अध्यक्ष होंगे। शाह निर्विरोध इस पद के लिए चुने गए हैं और उनके कार्यकाल की शुरुआत एक दिसंबर 2024 से होगी। 35 वर्षीय शाह आईसीसी इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन होंगे।
जय शाह आने वाले अगले दो सालों के लिए आईसीसी के नए चेयरमैन बनाए गए हैं। यह बदलाव उस समय किया गया है जब आईसीसी का अगला सबसे बड़ा टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जाना है। जय शाह ने ग्रेग बार्कले को बतौर आईसीसी चेयरमैन रिप्लेस किया है। ग्रेग बार्कले साल 2020 में आईसीसी के चेयरमैन बने थे। ग्रेग बार्कले लगातार दो बार आईसीसी के चेयरमैन रहे। 2020 में चेयरमैन चुने जाने के बाद वह फिर 2022 में निर्विरोध चुने गए। जय शाह भी निर्विरोध आईसीसी के चेयरमैन बने हैं।
आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हो रहा है। वह लगातार दूसरी बार इस पद पर रहे हैं, मगर उन्होंने हाल ही में तीसरे कार्यकाल की दौड़ से खुद को अलग कर लिया था। ऐसे में खेल की वैश्विक संचालन संस्था आईसीसी में जय शाह के भविष्य की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही थी। आईसीसी चेयरमैन दो-दो साल के तीन कार्यकाल के लिए पात्र होता है और न्यूजीलैंड के वकील ग्रेग बार्कले ने अब तक चार साल पूरे कर लिए हैं।
नए चेयरमैन का कार्यकाल पहली दिसंबर, 2024 से शुरू होगा। शाह को आईसीसी के बोर्ड में सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक माना जाता है। वह वर्तमान में आईसीसी की शक्तिशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की उप समिति के प्रमुख हैं। वह 35 वर्ष की आयु में आईसीसी के इतिहास में सबसे कम उम्र के चेयरमैन होंगे। जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर ऐसे भारतीय हैं, जिन्होंने अतीत में आईसीसी का नेतृत्व किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के पुत्र जय शाह का क्रिकेट प्रशासक बनने का सफर 2009 में शुरू हुआ। उन्होंने अहमदाबाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट के कार्यकारी सदस्य के रूप में काम शुरू किया। इसके बाद सितंबर 2013 में वह गुजरात क्रिकेट संघ (जीसीए) के संयुक्त सचिव बने और उन्होंने अपने पिता तथा तत्कालीन जीसीए अध्यक्ष के साथ काम किया। शाह को बीसीसीआई में आने में ज्यादा समय नहीं लगा। वह पहले 2015 में बोर्ड के वित्त और मार्केटिंग समिति के सदस्य बने और फिर अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बने।