अगले महीने होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान-प्रशांत किशोर के बीच गठबंधन की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। एक निजी टीवी चैनल को एलजेपी (रामविलास) के सूत्रों ने इसका संकेत देते हुए कहा है कि ‘राजनीति में दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं।
चिराग पासवान और प्रशांत किशोर के गठबंधन से जुड़ी चर्चा उस समय सामने आई है जब NDA में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम दौर की तरफ बढ़ चली है। इसी कड़ी में मंगलवार को चिराग पासवान के घर धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगल पांडेय पहुंचे। एक निजी टीवी चैनल के अनुसार चिराग पासवान को NDA ने 25 सीटें ऑफर की हैं। बताया जा रहा है कि चिराग पासवान को NDA का 25 सीटों वाला ऑफर पसंद नहीं है। उनका कहना है कि एलजेपी (रामविलास) को कम के कम 40 सीटें मिलनी चाहिए। चिराग पासवान का तर्क है कि लोकसभा चुनाव 2024 में उनकी पार्टी ने 100 फीसदी का स्ट्राइक रेट देते हुए अपनी पांचों लोकसभा सीटें जीत ली थीं।
क्या चिराग पासवान सीएम बनना चाहते हैं ?यह सवाल सोमवार की सुबह सोशल मीडिया पर एलजेपी (रामविलास) की एक पोस्ट से उठा। इससे माना जा रहा है कि चिराग पासवान में मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा है। दरअसल, आज सुबह एलजेपी ने एक्स पर ‘ अबकी बार , युवा बिहारी’ पोस्टर शेयर किया है।
कुछ दिन पहले ही चिराग पासवान ने कहा था कि मैं सब्जी पर नमक की तरह हूं, मैं हर निर्वाचन क्षेत्र में 20,000 से 25,000 वोटों को प्रभावित कर सकता हूं। इस दौरान एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा था कि वो NDA के सदस्य हैं और उनके पास बाहर निकले का ऑप्शन है। वहीं बीजेपी सूत्रों ने कहा कि चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वफादार समर्थक हैं और यह दिखावा एलजेपी के असंतुष्टों को संतुष्ट करने के लिए किया जा रहा है।
सीट बंटवारे पर बातचीत के बारे में बीजेपी सूत्रों ने कहा कि चुनाव की तारीखों की घोषणा होने तक बातचीत को टालने का फैसला एक रणनीतिक कदम है, ताकि टिकट न मिलने पर अंतिम समय में नेताओं के दलबदल को रोका जा सके । इस बीच, एलजेपी सूत्रों ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि बीजेपी और जेडीयू 200 (राज्य की 243 सीटों में से) आपस में बांटने पर सहमत हो गए हैं और पासवान सहित अन्य के लिए केवल कुछ सीटें छोड़ दी हैं।