देशभर में नवरात्र का पर्व शुरू हो चुका है। नौ दिनों तक चलने वाले इस विशेष उत्सव में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही, भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए 9 दिन का व्रत रखते हैं। व्रत रखने का आध्यात्मिक और चिकित्सकीय दोनों रूपों से विशेष लाभ है। हालांकि कुछ लोगों को व्रत रखने के दौरान लंबे समय तक खाली पेट रहने से कब्ज, पेट में गैस और थकान-कमजोरी की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
विशेषज्ञों की मानें तो कोई भी व्रत करते समय अपनी सेहत का ध्यान रखना काफी जरूरी होता है। जब फलाहार पर व्रत कर रहे है तो हमे कुछ बातों का ध्यान रखाना चाहिए जो हमे कब्ज और पेट की समस्या से ग्रस्त होने से बचाता है। यदि आप भी नवरात्र का व्रत कर रहे हैं तो कुछ टिप्स को जान लेना आपके लिए आवश्यक है, जिससे नवरात्र उत्सव के दौरान आपको आपकी सेहत से किसी भी प्रकार का समझौता न करना पड़े।
आइए जानते हैं कि कैसे हम इस नवरात्रि खुद को कब्ज, पेट में गैस और थकान-कमजोरी की समस्या से बचाएंगे?
- इन दिनों शरीर को हाइड्रेटेड रखना हैं बहुत जरूरी-
व्रत के दौरान भी शरीर के हाइड्रेशन पर ध्यान देना बहुत जरुरी होता है, इसके लिए हमे समय-समय पर थोड़ा थोड़ा पानी पीते रहना चाहिए। पानी पीते रहने से रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है जिससे थकान-कमजोरी जैसी दिक्कत नही होती है। तीन से चार लीटर पानी पीने की आदत पाचन स्वास्थ्य के लिए भी कई प्रकार से लाभकारी मानी जाती है।
- डाइट में फाइबर वाली चीजों की मात्रा को बढ़ाएं-
व्रत के समय आप जिन चीजों का सेवन कर रहे हैं, कोशिश करें कि उसमें अधिक से अधिक चीजों की मात्रा फाइबर से भरपूर होनी चाहिए। जैसे – सेब, केला , सूखे मेवे, खीरा आदि इन सब चीजों में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
- कॉफी या चाय के अधिक सेवन से कब्ज का खतरा बढ़ता हैं-
व्रत के दौरान शरीर को energetic रखने के लिए यदि आप कॉफी या चाय का प्रयोग अधिक करते हैं तो आज ही बदल ले अपनी ये आदतें, कैफीन वाली चीजों का खाली पेट सेवन गैस की समस्या को बढ़ा सकता है। व्रत में बहुत अधिक चाय या कॉफी न पिए। इसके कई तरह की पाचन समस्या और एसिडिटी का खतरा बढ़ जाता है।
- रात में अच्छी नींद लेना बहुत आवश्यक-
व्रत के दौरान थकान-कमजोरी से बचे रहने के लिए रात को अच्छी नींद लेना बहुत आवश्यक होता है। नींद पूरी होने से शरीर स्वस्थ और फुर्तीला रहता है। इतना ही नहीं अच्छी नींद मेटाबॉलिज्म को भी उत्तेजित करके पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने में मदद करता है।