न्यूज़ डेस्क
चुनाव आयोग ने आज जैसे ही पांच राज्यों के चुनाव की तारीखों की घोषणा की देश में चुनावी दुदुम्भी बज गई। कांग्रेस और बीजेपी ने भी इन राज्यों में चुनावी मुनादी की और अपने -अपने नेताओं के साथ बैठकी भी की है। बैठक का सार यही है कि कैसे चुनाव को जीता जाए। चुनाव आयोग के ऐलान के साथ ही बीजेपी ने कई राज्यों के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा भी की है। राजस्थान में 41 उम्मीदवारों की सूची बीजेपी ने जारी की है जिनमे से सात सांसदों को चुनावी मैदान में उतारने की बात है। राज्यवर्धन सिंह राठौर भी विधान सभा चुनाव लड़ेंगे। लेकिन सबसे मजे की बात यह है कि चुनाव आयोग ने जो कुछ आंकड़े सामने रखे हैं उससे साफ़ है कि पांच राज्यों में दो राज्य ऐसे हैं जहां पुरुष वोटरों की तुलना में महिला वोटरों की संख्या ज्यादा है। ये राज्य है ,मिजोरम और छतीसगढ। जाहिर है कि इन दोनों राज्यों में जिधर महिलाये वोट करेंगी उसी पार्टी की सरकार बनेगी। कह सकते हैं कि इन दो राज्यों में महिलाएं ही सरकार बनाएंगी।
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावों का ऐलान करते हुए बताया कि पूर्वोत्तर के इस खूबसूरत पहाड़ी राज्य में टोटल 8.52 लाख वोटर हैं। इनमें महिला वोटरों की संख्या 4.39 लाख वोटर है। वहीं पुरुष वोटरों की संख्या 4.11 लाख है, जबकि 50,611 मतदाता पहली बार वोट देंगे। ऐसे में यह तय है कि मिजोरम में महिला वोटरों का झुकाव जिस तरफ होगा सरकार उसी की बनेगी।
मिजोरम की तरह ही छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी महिलाओं के पास हैं। चुनाव आयोग की तरफ से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 2.03 करोड़ वोटर हैं। इस राज्य में भी महिला वोटर पुरुषों पर भारी हैं। राज्य भर में महिला वोटरों की संख्या जहां 1.02 करोड़ हैं। वहीं, पुरुष वोटरों की संख्या 1.01 करोड़ हैं। जबकि 7.23 लाख मतदाता पहली बार वोट देंगे। ऐसे में यह तय है कि छत्तीसगढ़ में महिला वोटर ही पार्टियों की किस्मत तय करेंगी।
मध्य प्रदेश में सत्ता किसे मिलेगी इसे तय करने में यहां महिलाओं पर पुरुष मतदाता भारी हैं। चुनाव आयोग की आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 5.6 करोड़ मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 2.88 करोड़ वहीं, महिला उनसे थोड़ी कम 2.77 करोड़ हैं। वहीं मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 22.36 लाख मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
चुनाव आयोग की आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में कुल 5.25 करोड़ मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 2.73 करोड़ हैं। वहीं, महिला वोटरों की संख्या 2.52 करोड़ हैं। वहीं, यहां कुल 22.04 लाख मतदाता अपना पहला वोट देंगे।
सबसे ज्यादा चौंकाने वाला आंकड़ा दक्षिण भारत के राज्य तेलंगाना से आया हैै। यहां पर कुल 3.17 करोड़ मतदाता हैं। इनमें महिला पुरुष दोनों वोटरों की संख्या बराबर है। यहां दोनोें की संख्या 1.58 करोड़ हैं। वहीं, दक्षिण के इस सबसे नये राज्य में पहली बार वोट देने वाले वोटरों की संख्या 8.11 लाख हैं।
बता दें कि 2013 के विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने तीनों राज्यों में सरकार बनाई थी। लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को किसी भी राज्य में बहुमत नहीं मिला। वहीं, तेलंगाना में भाजपा और कांग्रेस से इतर बीआरएस को बहुमत मिला था। वहीं, एनडीए को मिजोरम में बहुमत मिला था। हालांकि बाद में बीजेपी ने मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार को सिंधिया के जरिये गिरा दिया था और शिवराज सिंह फिर से सीएम बन गए थे।