अखिलेश अखिल
अभी तक तक तो बीजेपी के सम्बन्ध टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और वाईएसआर प्रमुख व आंध्र के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के साथ बराबर ही रहे हैं। और उधर दोनों पार्टियां भी बीजेपी की सहयोगी ही बनी रही है। हालांकि ये दोनों पार्टियां अभी तक एनडीए में शामिल नहीं है लेकिन बाहर रहकर भी ये बीजेपी के समर्थन में काम करती रही है। लेकिन अब जब कि देश के भीतर दो मजबूत गठबंधन आमने सामने है ऐसे में आंध्र की ये दोनों पार्टियां अभी तक अपने पत्ते नहीं खोल रही है। पहले कहा जा रहा था कि टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू एनडीए के साथ जा सकते हैं। लेकिन बीजेपी की परेशानी यह रही है कि वह जगन को भी छोड़ना नहीं चाहती और नायड को भी अपने साथ रखना चाहती है। जगन और नायडू प्रदेश की राजनीति में एक दूसरे के विरोधी है।
लेकिन अब नायडू एक घोटाले के मामले में न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए हैं तब आंध्र की राजनीति कुछ ज्यादा ही गर्म हो गई है। आंध्रा में भी अगले साल के शुरुआत में ही चुनाव होने हैं और इस चुनाव में कौन किसके साथ जाता है यह भी देखना बाकी है। पिछले दो विधान सभा चुनाव वाईएसआर को भारी जीत मिलती रही है। बीजेपी की परेशानी यह है कि अगर वह टीडीपी के साथ गठबंधन करती है तो वाईएसआर नाराज हो सकती है और और अगर वह आईएसआर के साथ जाती है तो टीडीपी अलग हो सकती है। ऐसे में बीजेपी की अभी अपनी परेशानी है। सूबे की राजनीति ऐसी है कि वहाँ अभी बीजेपी के लिए कुछ भी नहीं है। उसे किसी के सहारे ही राजनीति करनी है लेकिन उसे जगह कौन दे यह बड़ा सवाल है ?
लेकिन आंध्र प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद राज्य का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। आज जान सेना पार्टी यानी जेएसपी नेता और अभिनेता पवन कल्याण ने राजसमुंदरी जेल में नायडू से मुलाकात की और बाहर निकलकर ऐलान किया कि उनकी पार्टी जन सेना पार्टी आगामी आंध्र प्रदेश चुनाव टीडीपी के साथ गठबंधन में लड़ेगी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के कुशासन को समाप्त करने के लिए वोटों के विभाजन से बचने के लिए बीजेपी भी उनके साथ हाथ मिलाएगी।
बता दें कि टीडीपी विधायक और अभिनेता एन. बालकृष्ण और टीडीपी महासचिव और नायडू के बेटे नारा लोकेश के साथ, पवन कल्याण ने नायडू से मुलाकात की, जो कौशल विकास निगम घोटाले में न्यायिक हिरासत में हैं। जेएसपी नेता ने दावा किया कि जेल में नायडू से उनकी मुलाकात राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण मुलाकात थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने टीडीपी के साथ गठबंधन में आगामी चुनाव लड़ने के अपने फैसले से नायडू को अवगत करा दिया है।
जब उनसे पूछा गया कि जेएसपी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो उन्होंने कहा कि यह सब बाद में तय किया जाएगा। जेएसपी और टीडीपी दोनों एक साथ आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर निर्णय लेने के लिए एक संयुक्त समिति बनाएंगे। पवन कल्याण ने नायडू की गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए कहा कि वह उनके प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए उनसे मिले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के अराजक शासन के तहत नायडू को झूठे मामले में फंसाया गया।
पवन कल्याण ने कहा, “यह पूरी तरह से एक राजनीतिक प्रतिशोध है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि साइबराबाद शहर बनाने वाले नेता को जेल भेज दिया गया है।” अभिनेता ने कहा और जगन को याद दिलाया कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले हैं। उन्होंने जगन मोहन रेड्डी से कहा कि उनकी सरकार के सिर्फ छह महीने बचे हैं। उन्होंने टिप्पणी की कि जगन को तय करना चाहिए कि क्या वह अपने तरीके सुधारना चाहते हैं या युद्ध चाहते हैं। अगर वह युद्ध चाहते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं।
उन्होंने वाईएसआरसीपी नेताओं को चेतावनी दी कि जनता का पैसा लूटने वालों और अवैध रेत खनन और शराब की बिक्री में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। जेएसपी नेता ने कहा कि वे आंध्र प्रदेश की स्थिति से अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और राज्यपाल से मिलेंगे। उन्होंने कहा, “अगर आंध्र प्रदेश में अशांति है, तो पूरा दक्षिण भी उथल-पुथल में होगा। चूंकि क्षेत्र को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग राज्य से होकर गुजरते हैं, इसलिए स्थिति का पूरे दक्षिण भारत पर प्रभाव पड़ेगा।”
पवन कल्याण ने कहा कि वे नायडू की सुरक्षा का मुद्दा प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के सामने उठाएंगे।