आज के समय में कम उम्र में ही बालों का सफेद होना एक आम समस्या बन चुकी है। पहले जहां सफेद बालों को बढ़ती उम्र की निशानी माना जाता था, लेकिन अब यह परेशानी 18 से 20 साल के युवाओं में भी देखने को मिल रही है। डॉक्टरों का मानना है कि इसके पीछे केवल जेनेटिक्स ही नहीं बल्कि शरीर में कुछ जरूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी भी बड़ी भूमिका निभाते हैं।इसके साथ ही लाइफस्टाइल खान-पान और तनाव जैसी चीजें भी इस समस्या को बढ़ावा देती है।ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कुछ लोगों को बचपन से ही सफेद बालों की समस्या क्यों होने लगती है और किन विटामिन की कमी से यह समस्या बढ़ती है।
दरअसल, बालों का रंग मेलेनिन नाम के पिगमेंट से निर्धारित होता है। यह पिगमेंट शरीर में मौजूद मेलानोसाइट कोशिकाएं बनाती हैं। जब इन कोशिकाओं को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता या उनकी काम करने की क्षमता कम हो जाती है तो मेलेनिन का निर्माण कम होता है। इसकी वजह से बालों का रंग नेचुरल रूप से खत्म होने लगता है और वह सफेद दिखने लगते हैं। कई रिसर्च भी बताती है कि कुछ खास विटामिन की कमी बालों को समय से पहले सफेद कर देती है।
विटामिन बी12 की कमी समय से पहले बालों को सफेद करने का सबसे बड़ा कारण मानी जाती है। यह रेड ब्लड सेल्स के निर्माण और ऑक्सीजन को हेयर फॉलिकल्स तक पहुंचने में मदद करता है। जब शरीर में इसकी कमी होती है तो बालों की जड़ों को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता और मेलेनिन बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।डॉक्टरों के अनुसार वेजिटेरियन या वीगन लोगों में विटामिन बी12 की कमी आम होती है, क्योंकि यह मुख्य रूप से एनिमल प्रोडक्ट्स में पाया जाता है।इस कमी को दूर करने के लिए डाइट में अंडा, दूध, मीट, मछली और मशरूम जैसी चीजें शामिल करने की सलाह दी जाती है।
विटामिन डी न सिर्फ हड्डियों के लिए बल्कि बालों की सेहत के लिए भी बहुत जरूरी होता है।इसकी कमी से हेयर फॉलिकल्स कमजोर होने लगते हैं और मेलेनिन प्रभावित होता है।आजकल की इंडोर लाइफस्टाइल और धूप में कम समय बिताने की वजह से युवाओं में विटामिन डी की कमी तेजी से बढ़ रही है।एक रिसर्च के अनुसार जिन बच्चों में विटामिन डी का लेवल कम पाया गया है, उनके बाल समय से पहले सफेद होने लगे हैं।इसकी कमी पूरी करने के लिए रोजाना 15 से 20 मिनट धूप में रहना जरूरी है. इसके अलावा फैटी फिश, दूध से बने प्रोडक्ट, मशरूम और साबुत अनाज का सेवन भी मददगार होता है।
-सफेद बालों से बचने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी होता है, जिसमें दूध, दही, अंडे, हरी पत्तेदार, सब्जियां और नट्स शामिल हो।
– इसके अलावा जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से विटामिन सप्लीमेंट्स भी आप ले सकते हैं।
– कुछ देर धूप में समय बिताने की कोशिश करें, ताकि विटामिन डी की नेचुरल पूर्ति पूरी हो सके।
-धूम्रपान और तनाव से दूरी बनाने की कोशिश करें।क्योंकि यह भी मेलेनिन को प्रभावित करते हैं, जिससे बाल सफेद होते हैं।
