न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर हमला करते हुए पीएम मोदी के उन वादों की याद दिलाई है जो उन्होंने जनता से पहले किये थे। साल के अंत में खड़गे ने बीजेपी और मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने के वादे, हर घर बिजली और 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था जैसे वादों की याद दिलाई है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया, “नरेंद्र मोदी जी, 2023 का आज आखिरी दिन है। आपने कहा था कि 2022 तक ही हर किसान की आमदनी दोगुनी होगी। हर हिन्दुस्तानी के पास घर होगा और उसमें 24×7 बिजली मिलेगी। अर्थव्यवस्था $5 Trillion की हो जाएगी। ये सब तो नहीं हुआ, पर हर भारतीय को पता है कि बीजेपी के झूठ, हैं सबसे मजबूत!”
साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि साल 2022 तक देश के सभी किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इस बात को साल 2021 तक केंद्र सरकार के हर वार्षिक बजट में दोहराई थी। केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समय खत्म होने के बाद भी किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई।
साल 2023-24 के वार्षिक केंद्रीय बजट में किसानों का बजट अनुमान पिछले साल से कम कर दिया गया। यानी साल 2023-24 में कृषि बजट 1.24 लाख करोड़ था, जिसे घटाकर 1.15 करोड़ के आसपास कर दिया गया। पिछले साल की तुलना में फसल बीमा योजना का आवंटन भी 15,500 करोड़ से कम कर के 13,625 करोड़ रुपए कर दिया गया। इसके अलावा खाद पर मिलने वाली सब्सिडी में भी भारी कटौती की गई।
मोदी सरकार की योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को सरकार घर देती है। पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ को साल 2015 में शुरू किया गया था, योजना का मुख्य उद्देश्य साल 2022 तक भारत के हर परिवार को ग्रामीण और शहर में पक्का घर देना था। हालांकि तय किए गए समय तक लक्ष्य पूरा नहीं के चलते योजना की अवधि को साल 2024 तक बढ़ा दिया गया।
सबको पक्का घर दिलाने की घोषणा की तरह ही सितंबर 2015 में पीएम मोदी ने कहा था कि साल 2022 तक देश के हर घर को 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी। सरकार के इस घोषणा की समय सीमा भी पूरी हो चुकी है, लेकिन अभी तक देस के सभी घरों को 24 घंटे बिजली नहीं मिल पाई है।
सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आने वाले चार साल तक यानी साल 2022 तक भारत 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। पीएम मोदी की इस घोषणा को कई बीजेपी नेताओं ने सार्वजनिक मंच और चुनावी रैलियों में भी दोहराया। अब साल 2023 खत्म हो गया तो और इस साल भारत की अर्थव्यवस्था पांच खरब डॉलर होने वाला लक्ष्य भी पूरा नहीं हो सका। ये वो वादें हैं, जिनकी याद मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी साल के आखिरी दिन याद दिलाई है।

