न्यूज़ डेस्क
जी 20 की बैठक ख़त्म होते ही राजनीति फिर से कुलांचे मारने लगी है। 18 सितम्बर से पांच दिनों के लिए संसद का विशेष सत्र शुरू होना है और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे फिर से पीएम मोदी पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “सच्चाई छिपाने” के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन जनता बिना विचलित हुये सच जानना चाहती है। एक पोस्ट में खड़गे ने कहा: “अब जब जी-20 की बैठक ख़त्म हो गई है, मोदी सरकार को घरेलु मुद्दों पर अपना ध्यान आकर्षित करना चाहिए।”
मुद्दों के बारे में बिंदुवार उन्होंने लिखा, ”महँगाई : अगस्त में एक आम खाने की थाली का दाम 24 प्रतिशत बढ़ गया है। देश में बेरोज़गारी दर आठ प्रतिशत है। युवाओं का भविष्य अंधकारमय है। मोदी सरकार के कुशासन में भ्रष्टाचार की बाढ़ आ गई है। सीएजी ने कई रिपोर्टों में भाजपा की पोल खोली है। जम्मू-कश्मीर में 13,000 करोड़ रुपये का जल जीवन घोटाला सामने आया है, जिसमें एक दलित आईएएस अधिकारी को इसलिए प्रताड़ित किया गया, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार उजागर कर दिया।”
उन्होंने लूट के बारे में उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के ”परम मित्र” की लूट हाल ही में फिर सामने आई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर, विरल आचार्य ने 2019 चुनाव के पहले आरबीआई के ख़ज़ाने से मोदी सरकार को तीन लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के सरकारी दबाव का विरोध किया था, यह खुलासा अब सामने आया है।”
उन्होंने मणिपुर में जातीय संघर्ष और हिमाचाल की बाढ़ का के मुद्दे उठाते हुये लिखा, ”त्रासदी: मणिपुर में पिछले कुछ दिनों में फ़िर हिंसा हुई, हिमाचल प्रदेश में आपदा आई हुई है, पर अहंकारी मोदी सरकार उसको राष्ट्रीय आपदा घोषित करने से बच रही है।”
खड़गे ने कहा, “इन सब के बीच, मोदी जी सच्चाई पर पर्दा डालने की पुरज़ोर कोशिश कर रहें हैं। पर जनता मोदी सरकार के ध्यान भटकाने वाले मुद्दों की बजाय सच सुनना और देखना चाहती है।”
राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए चेतावनी देते हुये लिखा, ”ध्यान लगाकर सुन ले मोदी सरकार – 2024 में आपकी विदाई का रास्ता जनता ने बनाना शुरू कर दिया है।”
जी 20 की बैठक ख़त्म होते ही खड़गे ने पीएम मोदी को महंगाई और बेरोजगारी पर क्यों घेरा ?
Published on