अखिलेश अखिल
दो दिन बात पटना में विपक्षी एकता की बैठक होने वाली है। यह बैठक बापू सभागार में होगी। बैठक की पूरी तैयारी की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में देश भर से विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे और बीजेपी को हराने के लिए मंथन करेंगे। इस बैठक में वे दल भी शामिल हो रहे हैं जो अभी तक आपस में ही लड़ते रहे हैं। ममता बनर्जी बंगाल में कांग्रेस से लड़ती है तो दिल्ली और पंजाब में आप भी कांग्रेस से लड़ती रही है। लेकिन बीजेपी के खिलाफ अभी सभी दल एकता की बात कर रहे हैं। इस बैठक का अंतिम परिणाम क्या होगा इसे देखना बाकी है लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि विपक्षी एकता बन गई तो बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है। क्योंकि विपक्षी एकता एक सीट एक उम्मीदवार के फॉर्मूले को ध्यान में रखकर की जा रही है।
लेकिन इसी बीच आज जदयू नेता केसी त्यागी ने दोहरा दिया है कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों को त्याग भी करनी है और कुर्बानी भी देनी होगी। सीटों को लेकर कुछ सामंजस्य करने की जरूरत होगी। इसी कुर्बानी के जरिये बीजेपी को हराया जा सकता है। राजनीतिक हलकों में त्यागी के इस बयान को शर्त के रूप में देखा जा रहा है। इस शर्त के मुताबिक सभी दलों को कुछ न कुछ त्याग या कुर्बानी करने की बात है। इस कुर्बानी में ममता बनर्जी से लेकर कांग्रेस और सपा से लेकर आप जैसी पार्टी भी शामिल हो सकती है। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने साफ-साफ शब्दों में कहा है कि सभी लोगों को बड़ा दिल दिखाना होगा। जेडीयू नेता ने कहा कि बिना मन छोटा किए त्याग करने के लिए तैयार रहें तो 2024 के चुनाव में बीजेपी को हराया जा सकता है।
केसी त्यागी ने कहा कि बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए अगर किसी पार्टी को थोड़ी बहुत कुर्बानी देनी पड़े तो मन छोटा नहीं करना होगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सभी नेता एकमत हैं, तभी यह गठबंधन बन रहा है। जेडीयू नेता ने कहा कि विपक्षी एकजुटता में शामिल सभी पार्टियों को बड़ा दिल दिखाना होगा। तभी सफलता मिलेगी।
केसी त्यागी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक काम किया है और अपनी मुहिम में सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि 23 जून की बैठक में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, ममता बनर्जी की टीएमसी शामिल होगी। उन्होंने कहा कि एक दूसरे से टकराने वाले दल पहली बार एक टेबल पर बैठेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
केसी त्यागी ने कहा कि बीजेपी को ‘वन अगेंस्ट वन’ फार्मूला से ही हराया जा सकता है। अगर यह फार्मूला 450 सीटों पर लागू किया गया तो नतीजे चौंकाने वाले आएंगे। जेडीयू नेता ने कहा कि यही कारण है कि बीजू जनता दल, अकाली दल, वाईएसआर कांग्रेस और टीआरएस को अभी अलग रखा है।
आखिर जदयू नेता केसी त्यागी ने क्यों कहा कि बीजेपी को हराने के लिए पहले कुर्बानी की जरूरत है !
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