भारत में 12 जून को एयर इंडिया की बोइंग ड्रीमलाइनर एयरक्राफ़्ट के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसने मौजूद 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद शुरू हुआ फ्लाइट रद्द होने का सिलसिला।आज मंगलवार को भी 4 फ्लाइटें रद्द हुई।इसमें एक में बम होने की खबर के अलावा विमान में आई तकनीकी गड़बड़ियां बताई गईं। इसे लेकर अब लोगों की चिंता काफी बढ़ गई है। लोग अब एयर इंडिया बोइंग विमानों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाने लगे हैं। एयर इंडिया बोइंग विमानों की सुरक्षा को लेकर सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि हाल के वर्षों में बोइंग विमानों में कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें गुणवत्ता नियंत्रण और निर्माण से जुड़ी समस्याएं सामने आई हैं।इसके अलावा, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में भी कई समस्याएं आई हैं, जिसके कारण उड़ानों में देरी, मरम्मत और कुछ समय के लिए उड़ानों पर रोक लगानी पड़ी है।
विशेष रूप से, अहमदाबाद में 2025 में एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे बोइंग विमानों की सुरक्षा पर और अधिक सवाल उठने लगे हैं।इस घटना ने गुणवत्ता नियंत्रण, डिज़ाइन की मजबूती और नियामक निगरानी पर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
बोइंग विमानों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने के पीछे के कुछ मुख्य कारण निम्न है।
गुणवत्ता नियंत्रण और निर्माण संबंधी समस्याएं:-
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर सहित कई बोइंग विमानों में गुणवत्ता नियंत्रण और निर्माण से जुड़ी समस्याएं सामने आई हैं, जिसके कारण उड़ानों में देरी, मरम्मत और कुछ समय के लिए उड़ानों पर रोक लगानी पड़ी है।
दुर्घटनाएं:-
हाल के वर्षों में बोइंग विमानों में कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें अहमदाबाद में 2025 में एयर इंडिया का विमान भी शामिल है, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
चिंताजनक घटनाएं:-
2009 के बाद से बोइंग 787 ड्रीमलाइनर 100 से अधिक घटनाओं में शामिल रहा है, जिससे इसकी सुरक्षा पर और अधिक सवाल उठते हैं।
डिजाइन की मजबूती:-
अब बोइंग विमानों के डिजाइन की मजबूती पर भी सवाल उठ रहे हैं, खासकर 787 ड्रीमलाइनर में फ्यूज़ का लूज जोड़, फास्टर गलत तरीके से लगाए जाने और संरचनात्मक मजबूती की कमी।
नियामक निगरानी:-
बोइंग विमानों की सुरक्षा की नियामक निगरानी पर भी सवाल उठ रहे हैं, खासकर दुर्घटनाओं और समस्याओं के बाद।
इन सभी कारणों से, बोइंग विमानों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं, और इस पर गहन जांच की आवश्यकता है।