न्यूज़ डेस्क
कड़ी सुरक्षा के बीच आज पूर्वोत्तर के दो राज्यों- मेघालय और नगालैंड में मतदान शुरू हो गया। इन दोनों राज्यों में अबतक बीजेपी गठबंधन की सरकार रही है। बीजेपी की चुनौती सत्ता में वापसी की है जबकि करीब दर्जन भर से ज्यादा पार्टियां अलग -अलग तरीके से बीजेपी के रथ को रोकने का प्रयास करती रही। दोनों राज्यों में विधान सभा की 60 -60 सीटें हैं। नागालैंड में बीजेपी और एनडीपीपी का गठबंधन है जबकि मेघालय में वह सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। इस बार दोनों राज्यों में में कांग्रेस भी पूरी ताकत से चुनाव लड़ रही है।
भाजपा नगालैंड में 20 और मेघालय की 60 सीटों पर लड़ रही है। इन 80 सीटों में से 75 सीटों पर उसने ईसाई उम्मीदवार उतारे हैं। बाकी पांच उम्मीदवार भी गैर हिंदू हैं। ध्यान रहे मेघालय में 75 फीसदी और नगालैंड में 88 फीसदी मतदाता ईसाई हैं।
नगालैंड में एनडीपीपी और भाजपा की सरकार है, जबकि मेघालय में एनपीपी और यूडीएफ की सरकार है। पहले भाजपा भी इस सरकार में शामिल थी, लेकिन बाद में वह अलग हो गई और अकेले चुनाव लड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों राज्यों में चुनावी रैलियां कीं। प्रचार खत्म से होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगालैंड में गठबंधन और मेघालय में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया।
चुनाव के मद्देनजर मेघालय ने भारत-बांग्लादेश की सीमाओं को सील कर दिया है। इसके साथ ही असम के साथ लगने वाली सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। सुरक्षा की जबरदस्त व्यवस्था की गई है। मेघालय के पुलिस महानिदेशक एलआर बिश्नोई ने कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के सभी उपाय किए गए हैं। इस बार मैदान में 36 महिलाओं सहित 375 उम्मीदवार हैं। यहां पर विधानसभा की 60 सीटें हैं। लेकिन एक उम्मीदवार के निधन के कारण इस बार 59 सीटों पर मतदान होगा। राज्य में कुल 21,61,729 मतदाता हैं। राज्य में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 81,443 है। नगालैंड में भी कुल 60 सीटें हैं, लेकिन इस बार 59 सीटों पर मतदान हो रहे हैं। क्योंकि भाजपा के एक प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। इस बार नगालैंड में चार महिला सदस्यों सहित कुल 183 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।