ऋषिकेश: उत्तराखंड आने वाले विदेशी पर्यटक और सैलानियों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने एप सेवा शुरू की है। खासकर महिला पर्यटकों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए इस एप में कई सारे फीचर्स दिए गए हैं जिसका इस्तेमाल कर महिलाएं किसी भी परिस्थिति में खुद की सुरक्षा कर सकती हैं। पुलिस महिला पर्यटकों के बीच खुद पहुंचकर इस एप की जानकारी उन्हें दे रही है।
उत्तराखंड घूमने आते हैं विदेशी सैलानी
हर साल लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटक और महिला सैलानी उत्तराखंड घूमने आते हैं, इनमें से कुछ सैलानी अकेले तो कुछ अपने परिवार या ग्रुप्स के साथ अलग अलग शहरों में आकर ठहरते हैं। योग और आध्यात्म का केंद्र होने के कारण ऋषिकेश, हरिद्वार और आसपास के इलाके में पर्यटकों की पूरे साल आवक रहती है। ऐसे में कई बार कुछ पर्यटक अनहोनी का शिकार भी हो जाते हैं, जिसमें यह एप उनकी मदद करेगा।
महिला पर्यटकों को पुलिस ने कराया ट्रायल
पुलिस ने तपोवन घाट में ऐसे ही एक पाठशाला लगाकर महिला पर्यटकों को एप के फायदे समझाए। पहले तो सभी पर्यटकों को एक स्थान पर इकट्ठा कर उन्हें एप की जानकारी दी गई फिर विशेष तौर पर महिला सैलानियों को इसके इस्तेमाल का तरीका समझाया गया। मौके पर कई महिलाओं ने एप डाउनलोड कर पुलिस की मदद से इसका ट्रायल भी किया।
पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं
उत्तराखंड पुलिस के आशीष शर्मा ने बताया कि ‘पहले जब टूरिस्ट आता था तो उसे दिक्कत होती थी किसी का पर्स खो गया या मोबाइल खो गया या कुछ गलत हो गया। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने एक एप लॉन्च किया है जिसमें सारी सुविधाएं एक जगह मिल जाती हैं। किसी भी जरूरतमंद को पुलिस स्टेशन आने की जरूरत नहीं है, एप की मदद से पुलिस खुद उनके पास पहुंच जाएगी।‘
वन स्टॉप की तरह काम करेगा एप
उन्होंने आगे बताया कि, यह पर्यटकों के लिए एक तरह से वन स्टॉप एप है जिसमें सारे फीचर्स एक जगह दिए गए हैं। जिसमें गौरा शक्ति, ई-कंप्लेंट, एसओएस, नशा मुक्ति, साइबर शिकायत, टूरिस्ट इनफार्मेशन सब एक ही जगह उपलब्ध है। इसमें उत्तराखंड पुलिस के सारे अधिकारियों के नंबर भी उपलब्ध हैं जिनसे किसी भी मुसीबत के समय संपर्क किया जा सकता है।