नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि भाजपा देश में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि यह जनसंघ के दिनों से भी भाजपा का देश के लोगों से किया गया एक वादा है।
उत्तराखंड समेत तीन राज्यों में कमेटी गठित
गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा शासित तीन राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल और गुजरात में सुप्रीम कोर्ट और उच्च न्यायालयों के सेवानिवृत्त जजों की अध्यक्षता में पैनल गठित किया गया है। अलग अलग धर्मों के लोग इस मुद्दे पर राय रख रहे हैं। यहां मिले सुझावों के आधार पर कार्रवाई करेंगे। भाजपा सभी लोकतांत्रिक चर्चाओं के बाद इसे लागू करने को प्रतिबद्ध है। न सिर्फ भाजपा ने , बल्कि संविधान सभा ने भी संसद और राज्यों को उचित समय आने पर समान नागरिक संहिता लागू करने की सलाह दी थी। क्योंकि किसी भी धर्मनिरपेक्ष देश में कानून, धर्म के आधार पर नहीं होने चाहिए। यदि राष्ट्र और राज्य धर्मनिरपेक्ष हैं तो कानून धर्म पर कैसे आधारित हो सकते हैं। हर धमनिरपेक्ष व्यक्ति के लिए एक ही कानून होना चाहिए।