विकास कुमार
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर हमला बोला है। ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण सरकार ने नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने कराया है। ऐसे में इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उद्धव ने कहा कि रामलला के दर्शन करने के लिए उन्हें किसी के न्योते की जरूरत नहीं है। उनका जब मन करेगा वे अयोध्या जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे के बाद पूरे देश का सियासी पारा चढ़ गया है। एक तरफ अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की जोर शोर से तैयारियां की जा रही हैं तो दूसरी तरफ इस मुद्दे पर जमकर राजनीति भी हो रही है। बीजेपी की तरफ से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण न दिए जाने से कई विपक्षी दल के नेता काफी नाराज हैं,और बीजेपी पर राम के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का का कहना है कि उन्हें अयोध्या जाने के लिए किसी के निमंत्रण की जरूरत नहीं है।
वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोई न्योता नहीं भेजा गया है। 22 जनवरी को ही अयोध्या जाया जाए ये कोई जरूरी नहीं है। मैं जब चाहूंगा जब मेरा मन होगा मैं रामलला के दर्शन करने जा सकता हूं। इसके लिए मुझे किसी के निमंत्रण देने की जरूरत नहीं है। राम मंदिर के निर्माण में सभी का हाथ है,इसके लिए सैंकड़ों लोगों ने अपना बलिदान दिया है। राम मंदिर को बीजेपी ने नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने बनाया है। ऐसे में इस पर राजनीति नहीं होना चाहिए,जब राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ था मैं तब भी रामलला के दर्शन करने अयोध्या गया था और आगे भी जब मैं चाहूंगा तब अयोध्या जाऊंगा।
22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई राजनीतिक हस्तियों को न्योता नहीं भेजा गया,इसलिए कई नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। ऐसे में मंदिर ट्रस्ट को सभी गणमान्य नेताओं को सम्मान सहित न्योता भेजना चाहिए,क्योंकि राम सबके हैं और सबके मन में राम बसे हैं।