तुर्की ने हथियारों की दुनिया में एक नया ‘आविष्कार’ किया है। तुर्की ने पहली बार लेजर किरणों से ड्रोन का शिकार करने वाले टैंक का अनावरण किया है। ये दुनिया का पहला लेजर किरणों से हमला करने वाला टैंक है, जो तेजी से बदलते युद्ध क्षमता की भयावह झलक दिखाता है। तुर्की के इस टैंक का नाम ALKA-KAPLAN है, जिसको लेकर उसने दावा किया है कि ये हवा में उड़ते दुश्मन ड्रोन को सेकंड्स में भून सकता है। यह हाई-टेक टैंक तुर्की की हथियार क्षमता का एक और प्रदर्शन है। तुर्की ने पहले ही अत्याधुनिक ड्रोन बनाने में महारत हासिल कर रखी है और अब तुर्की ने लेजर किरणों से हमला करने वाले टैंक का प्रदर्शन कर कई देशों को चौंका दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस टैंक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक जैमिंग और शक्तिशाली लेजर टेक्नोलॉजी है। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभी दुश्मनों के ड्रोन को मारने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम इस्तेमाल किए जा रहे हैं, लेकिन तुर्की का लेजर टैंक सेकंड्स में ड्रोन को खत्म कर ड्रोन युद्ध को बेअसर कर सकता है।
तुर्की ने इस ALKA-KAPLAN ड्रोन को अन्य टैंकों और पैदल सेना के साथ मिलकर काम करते हुए, खतरनाक उड़ते ड्रोनों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया है। ये टैंक सैनिकों को हवाई खतरों से बचाने के साथ-साथ, सड़क किनारे लगे बमों और अन्य विस्फोटक उपकरणों से भी निपटने में मदद कर सकता है। दरअसल रूस यूक्रेन युद्ध हो या इजरायल-ईरान युद्ध या फिर भारत पाकिस्तान संघर्ष, हकीकत ये है कि ड्रोन युद्ध लगातार खतरनाक स्तर पर पहुंचता जा रहा है। ड्रोन को मारने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम को महंगी मिसाइलों का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिनकी कीमत काफी ज्यादा होती है, लेकिन अगर ये काम लेजर टैंक करे तो दुश्मनों के ड्रोन को खत्म करने का खर्च कई गुना कम हो जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की का ये टैंक सिर्फ ड्रोन ही नहीं, बल्कि हेलिकॉप्टर और जमीन पर रखे विस्फोटकों को भी पहचानकर उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है। दावा किया गया है कि अगर इस टैंक की लेजर किरणों की चपेट में हेलीकॉप्टर भी आते हैं तो वो भी ध्वस्त हो सकते हैं। तुर्की से जारी नये वीडियो फुटेज में इस हाई-टेक टैंक को एक ड्रोन को निशाना बनाते हुए और उसे तेजी से आसमान में खत्म करते हुए दिखाया गया है। दावा है कि यह टैंक दुश्मन के ड्रोन को नष्ट करने के लिए अपने जैमर का इस्तेमाल करेगा और फिर उसे निष्क्रिय करने के लिए एक तेज लेजर धमाका करेगा। डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि तुर्की का टैंक शहरी लड़ाई के दौरान युद्ध को पूरी तरह से बदल सकता है। इसके अलावा इसे सैनिकों के काफिले को सुरक्षित रखने, हाई वैल्यू टारगेट्स की सुरक्षा के लिए तैनात किया जा सकता है।
इंटरेस्टिंग इंजीनियरिंग वेबसाइट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तुर्की ने इस टेक्नोलॉजी के साथ भविष्य में विदेशी देशों पर अपनी हथियारों की निर्भरता को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। ALKA-KAPLAN टैंक इसी दिशा में एक ठोस कदम है, जिसे आधिकारिक रूप से IDEF 2025 टेक इवेंट में पेश किया जाएगा। इसीलिए फिलहाल इस टैंक के बारे में और ज्यादा जानकारी हासिल नहीं हो पाई है। लेकिन भारत के लिए तुर्की का ये ड्रोन चिंताजनक हो सकता है, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान की जिस तरह से मदद की थी, उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है, कि भविष्य में तुर्की, पाकिस्तान को ये टैंक बेचना भी शुरू कर दे।