लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी और एनडीए गठबंधन को हराकर केंद्र की सत्ता संभालने के उद्देश्य से तत्कालीन प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर इंडिया गठबंधन का निर्माण किया था। लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान और उसके बाद विधानसभा चुनाव को लेकर एक राजनीतिक दलों का दूसरे राजनीतिक दलों के साथ चुनाव लड़ने को लेकर होने वाले तकरार, फिर उसके बाद बीजेपी द्वारा हरियाणा और महाराष्ट्र में सरकार बना लेने से अब इंडिया गठबंधन में मतभेद खुलकर सामने आने लगा है। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने जैसे ही इंडिया गठबंधन की लीडरशिप पर अपना दावा ठोका,वैसे ही कांग्रेस भी खुलकर सामने आ गई। देश की सबसे पुरानी पार्टी को यह बात पसंद नहीं आई। अलबत्ता ममता बनर्जी के दावे को अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का समर्थन जरूर मिला है।इससे इतर राष्ट्रीय जनता दल ने लालू यादव को इस गठबंधन का शिल्पकार करार दिया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में यह बयान दिया है कि अगर उन्हें अवसर मिला तो वह इंडिया गठबंधन की कमान संभालने के लिए तैयार है।उनकी इस बयान ने सहयोगी दलों के बीच असहमति को जन्म दिया है।
ममता बनर्जी के इस दावे पर इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस ने अपनी असहमति जताई है। असहमति जताते हुए कांग्रेस ने स्पष्ट किया की इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सामूहिक सहमति से तय किया जाना चाहिए ना कि किसी एकतरफा घोषणा से।कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि गठबंधन का नेतृत्व एक सामूहिक निर्णय होना चाहिए और इसे सभी सहयोगियों की सहमति से तय किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व का समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी ने कहा कि ममता बनर्जी अपने नेतृत्व कौशल से हरियाणा और महाराष्ट्र में लगातार चुनावी हार के बाद इंडिया गठबंधन को मजबूत करेगी। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा कि अगर ममता बनर्जी ने ऐसी इच्छा जाहिर की है तो इंडिया ब्लॉक के नेताओं को उसे पर विचार करना चाहिए और उनका सहयोग लेना चाहिए। इससे इंडिया गठबंधन मजबूत होगा।ममता बनर्जी ने बीजेपी को बंगाल में रोकने का काम किया है।ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के प्रति हमारा 100% समर्थन और सहयोग है।
ममता बनर्जी के बयान के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने इस बात को एक अलग दिशा देते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव ही इंडिया गठबंधन का असली निर्माता है राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता ने कहा कि इंडिया गठबंधन किसी एक व्यक्ति की महत्वाकांक्षा पर नहीं, बल्कि सामूहिक ताकत पर आधारित है। लालू यादव ने इस गठबंधन की नींव रखी थी और उनकी दृष्टि ही इसे आगे ले जाएगी।
इन विभिन्न बयानों से स्पष्ट हो गया है कि पक्षी दलों को एकजुट बनाए रखना अब चुनौती पूर्ण होता चला जा रहा है।गठबंधन ने अब तक ईवीएम से छेड़छाड़ जैसे मुद्दों पर एकजुट होकर आवाज उठाई है,लेकिन नेतृत्व को लेकर विवाद उनके सामूहिक उद्देश्य को कमजोर कर सकता है। नेतृत्व परिवर्तन जैसे मुद्दों को आंतरिक चर्चा से हल करने की प्राथमिकता की जगह इसे सार्वजनिक मंच पर लाने से गठबंधन मजबूत होने की जगह उल्टे कमजोर होता चला जाएगा और वक्त रहते इस पर लगाम नहीं लगाया गया तो यह फाड़ फाड़ भी हो सकता है।