न्यूज़ डेस्क
वैसे बारिश तो पुरे देश में तबाही मचा रखी है लेकिन पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश की वजह से कोहराम मचा हुआ है। चारो तरफ तबाही का मंजर है। कही पल बह गए हैं तो कही हजारो पर्यटक फंसे हुए हैं और उन्हें निकलने में भी परेशानी हो रही है। कही बाढ़ जैसा माहौल खड़ा है और लोगो छतों पर रहने को विवश हैं। लेकिन इस प्राकृतिक आपदा की सबसे बड़ी बानगी वह इमारत झपके ही पानी में। मनाली में ब्यास नदी के किनारे खड़ी यह ईमारत कैसे अचानक बहती चली गई ,देखकर सब चकित हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर इमारत का यह दृश्य काफी वायरल हो रहा है।
उधर सूबे के मंडी में हालात बेहद भयावह हैं। मंडी में भारी बारिश के कारण शहर के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मंडी के थुनाग में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। वहीं, चंबा जिले में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रावी नदी उफान पर है। नदी के पास स्थित कई घर जलमग्न हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं प्रदेश के लोगों से फिर अनुरोध करता हूं कि अगले 24 घंटों तक अपने घरों में रहें, क्योंकि अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। हमने आपदा से निपटने के लिए 3 हेल्पलाइन नंबर (1100, 1070 और 1077) जारी किए हैं। किसी भी आपात स्थिति में आप इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं और मैं भी 24 घंटे आपकी सेवा के लिए उपलब्ध रहूंगा।
वहीं, बिलासपुर में गम्ब्रोला पुल के पास भूस्खलन से मार्ग पर यातायात अवरुद्ध गया है। हिमाचल प्रदेश के मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिस तरह से बारिश हुई है उससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। खासकर बुनियादी ढांचे, सड़क, पानी और सिंचाई की सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। इसके साथ ही किसानों के खेतों के साथ-साथ लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। तीन दिनों में 9 लोगों की जान गई है। लगभग 250 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बारिश के कारण हिमाचल में काफी नुकसान हुआ है। राज्य में करीब 765 सड़के प्रभावित हुई हैं। हमने करीब 342 मशीन प्रदेश के कौने-कौने में तैनात की हैं। कुल्लू-मनाली में फंसे हुए लोगों को भी रेस्क्यू किया गया है। अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 9 लोगों की मृत्यु हुई है।